
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्ववर्ती सरकार के दौरान आयोजित हुए पार्श्व गायिका सुनिधि चौहान के कार्यक्रम और उसपर आए खर्च की जांच कराने का ऐलान किया है. झारखंड के सीएम ने विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान सदन में यह ऐलान किया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सत्ता में रहते 2016 में हुए इस कार्यक्रम की एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) या विधानसभा की विशेष समिति से जांच कराने की घोषणा की.
सुनिधि चौहान का कार्यक्रम साल 2016 में झारखंड के स्थापना दिवस पर रांची में कार्यक्रम हुआ था. इस कार्यक्रम पर खर्च की गई राशि का मामला विधायक सरयू राय ने सदन में उठाया था. सरयू राय ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम के नाम पर राशि में बंदरबांट हुई है. उन्होंने सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की. विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार एसीबी या सदन की विशेष समिति से जांच कराने को तैयार है.
क्या है मामला
दरअसल, साल 2016 में झारखंड स्थापना दिवस समारोह को यादगार बनाने के लिए पार्श्व गायिका सुनिधि चौहान का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. आर्चर्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने कार्यक्रम के लिए 44 लाख 27 हजार 500 रुपये का कोटेशन दिया था. तब तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में 9 नवंबर 2016 को बैठक हुई थी जिसके बाद ये राशि आवंटित की गई थी. इसके बावजूद 10 लाख 94 हजार 781 रुपये अलग से खर्च किए गए.
कार्रवाई की मांग
सरकार की तरफ से बताया गया कि तत्कालीन सीएम के आदेश पर अरशद एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को 44 लाख 27 हजार 500 रुपये आवंटित किए गए थे. इसके बावजूद कलाकारों के ठहरने, भोजन, वाहन और एयर टिकट के मद में 10 लाख 97 हजार 791 रुपये का अतिरिक्त खर्च किया गया. इसका भुगतान रांची के तत्कालीन उपायुक्त की ओर से किया गया था. सरयू राय ने इस कार्यक्रम पर अधिक व्यय के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की.