
झारखंड (Jharkhand) के हजारीबाग में शिवरात्रि का झंडा और लाउडस्पीकर बांधने को लेकर दो समुदायों में विवाद शुरू हो गया. इस दौरान आगजनी और पथराव की बात भी सामने आई है. सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति पर नियंत्रण करने की कोशिश की गी. यह घटना हजारीबाग के इचाक थाना क्षेत्र के डुमरौन के हिंदुस्तान चौक पर हुई है. इस झड़प के दौरान दो मोटर साइकिल, एक गाड़ी, एक टेंपो और कई दूसरी गाड़ियां को आग के हवाले कर दिया गया.
झारखंड सरकार में मंत्री इरफान अंसारी ने कहा, "वहां पर जबरन झंड़ा लगाने की क्या जरूरत थी? किसी के गांव में जाकर जबरन माइक लगाना चाहते थे, ये कौन सा तरीका है? उसके बाद केस भी ये लोग मुसलमानों पर कर देंगे. ये कौन सा तरीका है? किसी के दबाव में कानून नहीं चलेगा. मुसलमानों को इन लोगों ने कमजोर समझ लिया है."
उन्होंने आगे कहा कि मुसलमान गरीब जरूर है लेकिन मुसलमानों को जबरन दबाव नहीं डाल सकते, मुसलमानों को मार नहीं सकते. मुसलमानों के घर और दुकानें जला दी गईं, ये कोई बात है.
'नफरत के बाजार में मोहब्बत...'
कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा, "शिवरात्री के मौके पर ये सब होना निंदनीय है. समाज में जहर फैलाया गया है. ये मोदी सरकार के दुष्परिणाम हैं. पहले सहयोग की भावना थी लेकिन अब लोगों में दूसरी भावना आ गई है. असामाजिक तत्व अवसर तलाशते हैं, नफरत के बाजार में हमें मोहब्बत की दुकान खोलनी है."
केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा, "सरकार को कड़े कदम उठाना चाहिए. होली, शिवरात्री और रामनवमी पर ही तनाव क्यों होता है? कौन है जो शांति नहीं चाहता है. झारखंड में घुसपैठिए बसे हैं, इसलिए हिन्दू त्यौहारों पर तनाव होता है. झारखंड में लॉ एंड ऑर्डर खराब है, इसलिए बांग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य से बाहर किया जाए. यही लोग कानून व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं."
'सड़क पर उतरकर देख लें...'
हजारीबाग से बीजेपी सांसद मनीष जायसवाल ने कहा, "झारखंड सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि मुसलमान कमजोर नहीं है लेकिन हम कहते है कि देश में रहने वाला हर इंसान मजबूत है क्योंकि देश में कानून है. झारखंड सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए, लॉ एंड ऑर्डर करने चाहिए. अगर इरफान अंसारी को देखना है कि कौन सा समुदाय मजबूत है और कौन सा कमजोर तो सड़क पर उतर कर देख लें, जनता बता देगी कौन मजबूत है. झंडा और बाजे के ऊपर विवाद था, पुलिस ने कुछ नहीं किया. पुलिस अगर सजग रहती तो ये घटना नहीं होती."
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आगजनी और झड़प के बाद पुलिस की अपील
जानकारी के मुताबिक, उपद्रवियों ने एक दुकान को भी फूंक दिया है. झड़प में कुछ लोगों को चोट भी पहुंची है, जिन्हें हजारीबाग सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक ने बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती कर दी है.
झड़प के बाद IPS श्रुति अग्रवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि फिलहाल शांति कायम कर ली गई है. लोगों को अच्छी तरह से त्योहार मनाना चाहिए. सभी को मिलकर काम करना चाहिए, बिना मतलब लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए.