
झारखंड के रामगढ़ जिले में ड्यूटी पर तैनात एक एसआई को तबीयत बिगड़ने के बाद प्राइवर नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने मजकर बवाल काटा. मौके पर पहुंचे पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने उन्हें शांत कराया.
रविवार को एसआई राहुल कुमार सिंह ड्यूटी पर तैनात थे. करीब चार बजे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और वे उल्टी करने लगे, जिसके बाद बेहोश गए. आनन-फानन में उन्हें नर्सिम होम और फिर जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जब परिजनों ने वहां हंगामा किया तो वहां पुलिस अधिकारी पहुंचे और इस मामले का संज्ञान लेते हुए उन्होंने टाउन थाना प्रभारी अजय कुमार साहू को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही डीजीपी ने देर रात रामगढ़ के एसपी विमल कुमार का भी तबादला कर दिया है.
इस मामले में एक पुलिसकर्मी ने बताया कि राहुल कुमार सिंह पूर्व में रामगढ़ थाना में पदस्थापित थे. 21 फरवरी को रामगढ़ थाना में चोरी के आरोप में गिरफ्तार अनिकेत नामक युवक ने हाजत के बाथरूम में आत्महत्या कर ली थी. इस आत्महत्या को लेकर जिले में खूब बवाल हुआ था. इस मामले की जांच राहुल ही कर रहे थे. केस डायरी को लेकर टाउन थाना प्रभारी के द्वारा उन पर काफी दवाब बनाया जा रहा था. संभवत उसी कारण वे बीमार हो गए थे और 25-26 दिन छुट्टी पर चले गए थे. शनिवार को उन्होंने रामगढ़ थाना के यातायात में अपना योगदान दिया दिया था. रविवार को बंजारी मंदिर के पास उनकी ड्यूटी थी इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई.
राहुल कुमार सिंह के मौत के बाद सदर अस्पताल में बीती रात उनके परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर रामगढ़ पुलिस पदाधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई. साथ ही पुलिस पदाधिकारियों पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. मामले की गंभीरता को देखते हुए हजारीबाग क्षेत्र के डीआईजी, आयुक्त, रामगढ़ डीसी, रामगढ़ एसपी, रामगढ़ एसडीपीओ, समेत कई आला अधिकारी सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में घंटों जमे रहे, लेकिन परिजनों ने राहुल सिंह का पोस्टमार्टम वहां नहीं करवाया और एंबुलेंस से शव को रखकर रांची स्थित रिम्स ले गए.
वहीं इस मामले में टाउन थाना प्रभारी को डीजीपी द्वारा सस्पेंड किए जाने के बाद उनसे एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा गया है. इस मामले में बरकाकाना ओपी में अभी यूडी कांड दर्ज किया गया है, परिजनों ने अभी तक किसी तरह की कोई लिखित शिकायत थाने में दर्ज नहीं कराई है.