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झारखंड में एक और महिला की भूख से मौत, 4 दिन से नहीं मिला था खाना

जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, लेकिन इलाज और दवा के पैसे नहीं थे. गौतम ने बताया कि वह अपने कंधे पर जब अपनी मां को लादकर अस्पताल ले गए तब डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
धरमबीर सिन्हा
  • चतरा, झारखंड,
  • 05 जून 2018,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

झारखंड में भूख के कारण एक और महिला की मौत की खबर है. यहां के चतरा जिले में 45 वर्षीय मीना मुसहर की कथित तौर पर भूख से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि उन्होंने पिछले चार दिनों से कुछ भी नहीं खाया था. आपको बता दें कि सोमवार को ही गिरडीह में भी एक महिला की भूख के कारण ही मौत हो गई थी.

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मीना मुसहर मूल रूप से बिहार की गया की रहने वाली थीं, लेकिन काफी समय से चतरा में ही रहती थीं. उनके बेटे गौतम ने बताया कि उसने और उनकी मां ने पिछले 4 दिनों से कुछ नहीं खाया था. जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, लेकिन इलाज और दवा के पैसे नहीं थे. गौतम ने बताया कि वह अपने कंधे पर जब अपनी मां को लादकर अस्पताल ले गए तब डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.

गिरडीह में भी हुई थी मौत

आपको बता दें कि इससे पहले सोमवार को झारखंड के ही गिरिडीह जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के मगरगढ़ी गांव की रहने वाली सावित्री देवी की मौत हो गई थी. परिजनों के मुताबिक, सावित्री की मौत भूख के कारण हुई थी. उनका कहना था कि सावित्री देवी को तीन दिनों तक खाना नहीं मिला, जिस वजह से मौत हो गई.

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नहीं मिला था राशन कार्ड

सावित्री के परिजनों ने आरोप लगाया था कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से सावित्री का राशन कार्ड नहीं बन पाया. सावित्री इस संबंध में सभी जरूरी कागजात दो महीने पहले ही विभाग को सौंप चुकी थी. 65 वर्षीय सावित्री देवी के दो बेटे हैं जो काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं. उनकी कमाई इतनी नहीं है कि वे घर पर पैसा भेज सकें. सावित्री देवी को वृद्धावस्था पेंशन भी नहीं मिलता था.

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