
जमीन घोटाला मामले में ईडी द्वारा सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 10वां समन भेजे जाने पर जेएमएम कार्यकर्ताओं में उबाल है. ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ जेएमएम कार्यकर्ता रोड पर उतरे और दुमका के सभी प्रतिष्ठानों को बंद करा दिया. कार्यकर्ताओं ने शहर के प्रमुख चौक पर धरना देकर ईडी और केंद्र सरकार के विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी की.
शनिवार को शाम में शिकारिपाड़ा विधायक नलिन सोरेन के नेतृत्व में मशाल जुलुस भी निकाला गया. दरअसल, ईडी ने जमीन घोटाला मामले में सीएम हेमंत सोरेन से सीएम आवास में 20 जनवरी को लंबी पूछताछ की थी. इसके बाद ईडी ने सीएम से पूछताछ के लिए फिर समन भेज दिया. इस समन में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जगह बताने और पूछताछ में सहयोग करने के लिए कहा गया है.
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जेएमएम कार्यकर्ताओं ने बंद कराई दुकानें
ईडी के सीएम को समन भेजे जाने से नाराज जेएमएम कारकर्ताओं ने शीर्ष नेताओं के फौरी निर्देश पर दुमका बंद कराने के लिए रोड पर उतर आए. जेएमएम कार्यकर्त्ता ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे और जमकर नारेबाजी की. सभी सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बंद करा दिया. शहर की अधिकांश दुकान बंद है.
कुछ दुकान और मॉल को खोला गया था, लेकिन जेएमएम कार्यकर्ता ने उसे भी बंद करा दिया. आवागमन बाधित नहीं है, बस और अन्य गाड़ियों सामान्य तरीके से चल रही है. सड़कों पर उतर कर जेएमएम कार्यकर्ता ईडी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. इनका कहना है कि केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसी का दुरुपयोग कर सीएम हेमंत सोरेन को अपमानित और प्रताड़ित किया जा रहा है.
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जेएमएम ने दी उग्र होने की चेतावनी
20 जनवरी को पूछताछ करने के बावजूद 9वां/10वां समन जारी कर दिया गया. केंद्र सरकार राज्य में विकास कार्य को अवरुद्ध कर रही है. यदि सीएम को प्रताड़ित और अपमानित किया जाता तो आने वाले समय में जेएमएम सड़क जाम और नाकाबंदी भी करने से गुरेज नहीं करेंगी. जेएमएम के पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि जनता हेमंत सोरेन के साथ है. आंदोलन और उग्र किया जाएगा.
'झारखंड को करना चाहते हैं तहस-नहस'
शिकारिपाड़ा विधायक नलिन सोरेन ने बंदी और मशाल जुलुस निकाले जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर झारखंड के युवा और आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को केंद्रीय एजेंसी के माध्यम से तंगो-तबाह करने में लगी हुई है. झारखण्ड राज्य को भी तहस नहस कर देना चाहते हैं. इसलिए जेएमएम बंदी और मशाल जुलूस निकाल कर अपना विरोध प्रकट कर केंद्र सरकार को चेतावनी देने का काम कर रहे है. (मृत्युंजय पांडेय के इनपुट के साथ)