
ऐसी बात अब तक किस्सों-कहानियों में ही सुनी होगी जब पुलिस को मजबूरी में अपनी जेब ढीली करनी पड़ जाए. यह वाक्या रांची में देखने में आया जब ट्रैफिक जाम में फंसने के कारण एक व्यक्ति की ट्रेन छूट गई. इससे गुस्साए व्यक्ति ने रांची ट्रैफिक एसपी के खिलाफ जीआरपी थाने में एफआईआर के लिए आवेदन दे दिया. साथ ही इस वाक्य की खबर ट्रैफिक एसपी सहित सभी आला पुलिस अधिकारीयों को भी दी गई.
इंडिगो की फ्लाइट से भेजा गया
जब इस घटना की खबर रांची के एसएसपी को हुई तो उन्होंने इंडिगो की फ्लाइट में सीट बुक कराकर विनय मिश्र को दिल्ली भेजने की व्यवस्था की. दरअसल विनय को जरूरी काम से राजधानी ट्रेन से दिल्ली जाना था लेकिन वाहन चेकिंग के दौरान हुए जाम की वजह से उनकी कार आधे घंटे से अधिक समय तक जाम में फंसी रही जिसकी वजह से उनकी ट्रेन निकल गई. फिर क्या था गुस्से में विनय ने एफआईआर दर्ज करवा दी.
जिसके बाद एसएसपी ने अपनी पहल पर अगले दिन सुबह प्रशासन की तरफ से फ्लाइट की टिकट बुक कराई ताकि वे बैठक में शामिल हो सकें. एसएसपी की इस पहल के बाद विनय ने अपनी एफआईआर वापस ले ली और पुलिस को धन्यवाद भी दिया.
अक्सर जाम की वजह से यात्रियों को होती है परेशानी
रांची में बढ़ते वाहनों की संख्या की वजह से अक्सर मुख्य रास्तों के साथ- साथ सहायक सड़कों पर भी घंटों जाम की स्थिति रहती है. इसके अलावा अतिक्रमण की वजह से भी सड़कें संकरी हो गई हैं. वहीं बेतरतीब निर्माण और पार्किंग की व्यवस्था ना होने के कारण वाहन अक्सर सड़कों पर ही पार्क कर दिए जाते हैं. गौरतलब है कि जाम की समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास खुद सड़कों पर उतरे थे और बेवजह जाम का कारण बनने वाली सड़कों के कई कट्स बंद करने का निर्देश भी दिया था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद रांची में ट्रैफिक जाम आज भी बदस्तूर जारी है.