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शारीरिक शोषण और मानसिक उत्पीड़न... होटल के 5 अधिकारियों पर महिला मैनेजर ने लगाए गंभीर आरोप

धनबाद में एक मशहूर होटल के पांच अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं. महिला मैनेजर ने इन पांचों पर जबरदस्ती शारीरिक शोषण, मानसिक उत्पीड़न और नौकरी से हटाने की साजिश का आरोप लगाया है. वहीं, पीड़ित महिला का शनिवार को कोर्ट में 184 के तहत बयान दर्ज कराया गया है.

प्रतीकात्मक फोटो. प्रतीकात्मक फोटो.
सत्यजीत कुमार
  • धनबाद,
  • 28 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 12:02 AM IST

झारखंड के धनबाद में एक मशहूर होटल के पांच अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं. ये आरोप होटल में काम करने वाली महिला मैनेजर ने लगाए हैं. महिला मैनेजर ने इन पांचों पर जबरदस्ती शारीरिक शोषण, मानसिक उत्पीड़न और नौकरी से हटाने की साजिश का आरोप लगाया है. महिला की शिकायत पर 25 जुलाई को महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. पीड़ित महिला का शनिवार को कोर्ट में 184 के तहत बयान दर्ज कराया गया है. 

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जानकारी के मुताबिक, 38 वर्षीय पीड़ित महिला मैनेजर ने अपनी शिकायत में कहा है कि करीब 3 महीने (1 अप्रैल) से मैं धनसार थाना क्षेत्र के धनसार गोलंबर के पास निर्माणाधीन होटल द ग्रैंड मिराज रेडिसन इंडिविजुअल में सेल्स एंड मार्केटिंग के मैनेजर के पद पर काम कर रही हूं. इस होटल को खोलने से पहले होटल प्रबंधन द्वारा अन्य कर्मचारियों की भी नियुक्ति की गई है. 

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इसमें प्रतीक मोहन, होटल मैनेजर, के.एस. मोनालिसा, ए.टी.आर. मैनेजर राजीव गोस्वामी, असिस्टेंट डायरेक्टर (सेल्स), संजीत कुमार, सुरक्षा मैनेजर, ऐश्वर्या मधुमिता, ऑफिस मैनेजर मुख्य हैं. 8 फरवरी 2024 को होटल खुला और गेस्ट रूम, मीटिंग और इवेंट के लिए बुकिंग शुरू हो गई. होटल की संपत्ति घरौंदा प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में है. जिनके नाम हर्षित जिंदल, विवेक विक्रम पोद्दार और इंद्रपाल सिंह संधू हैं.

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पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि मेरी नियुक्ति के बाद से ही होटल व्यवसाय से जुड़े मुद्दों पर मेरा अन्य कर्मचारियों से मतभेद रहता था. इसके चलते मैं अपनी राय उन सभी के सामने रखती थी. कुछ कर्मचारी पद में वरिष्ठ होने के कारण अपनी राय मुझ पर थोपना चाहते थे और मुझसे अपनी बात मनवाना चाहते थे. जिसका मैं विरोध करती थी. ये सारी बातें मेरे द्वारा होटल मालिकों को भी जानकारी दी गई. इन सब बातों से दुखी होकर होटल में काम करने वाले प्रतीक मोहन, राजीव गोस्वामी और के.एस. मोनालिसा के मन में मुझसे बदला लेने की भावना आने लगी.

'राजीव गोस्वामी और प्रतीक मोहन बुरी नीयत से छूते थे'

इसी क्रम में होटल में काम करने के दौरान राजीव गोस्वामी और प्रतीक मोहन अक्सर मेरे शरीर को बुरी नीयत से छूते थे. वे दोनों हमेशा मुझसे अश्लील बातें करते थे और अश्लील हरकतें भी करते थे. कुछ समय तक मैं यह बर्दाश्त करती रही. बाद में जब मैंने उन दोनों की हरकतों का विरोध किया तो दोनों व्यक्ति हंसकर बात टाल गए. और कहा कि मुझे उनके अधीन ही काम करना है. उस समय भी मैंने उनसे बातों की गंभीरता समझाने का अनुरोध किया. लेकिन मेरे विरोध का उन दोनों व्यक्तियों पर कोई असर नहीं हुआ.

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इतना ही नहीं के.एस. मोनालिसा भी उनके घिनौने कामों में उनका साथ देती थी. कार्यस्थल पर उनके वरिष्ठों ने भी उन्हें इस तरह के शोषण को बर्दाश्त करने के लिए समझाया था. 25 मई 2024 को जब चुनाव के कारण धनबाद के सभी सरकारी और अर्धसरकारी संस्थानों में अवकाश घोषित था. उस दिन भी मुझ पर जबरन काम पर आने का दबाव बनाया गया. जबकि मुझे पता था कि उस दिन अन्य सभी कर्मचारी अनुपस्थित रहेंगे. 

'पांचों लोगों ने मिलकर बुरी तरह से खींचा'

उन लोगों की गंदी मंशा को भांपकर मैं उस दिन काम पर नहीं गया. प्रतीक मोहन ने मेरी हाजिरी काटकर मुझे उस दिन अनुपस्थित कर दिया. जब मैं 29 मई 2024 को अपने ऑफिस गया तो राजीव गोस्वामी और प्रतीक मोहन ने मुझे धमकाया और कहा कि मुझे उनकी मर्जी और उनकी शर्तों पर वहां काम करना होगा. जब मैंने उनसे कहा कि मैं उनकी शिकायत होटल मालिक और मैनेजमेंट से करूंगा तो उपरोक्त पांचों लोग मुझे घसीटकर प्रतीक मोहन के केबिन में ले गए. फिर उन्होंने मेरे साथ बुरी तरह से दुर्व्यवहार किया. पांचों लोगों ने मिलकर मुझे बुरी तरह से खींचा, जिससे मेरे शरीर के कई हिस्सों पर खरोंचें आईं. 

मामले में SSP ने कही ये बात

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एएसपी एचपी जनार्दनन ने 'आजतक' से फोन पर बात करते हुए कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी. कानून अपना काम जरूर करेगा. पूरे मामले की जांच की जा रही है और जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.

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