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झारखंड: 11 दिन पहले अगवा हुए शिक्षक का मिला शव, परिजनों ने कहा- हुई है हत्या

झारखंड के कोडरमा में 11 दिन पहले अगवा हुए शिक्षक का शव जंगल से बरामद हुआ है. रिटायर्ड शिक्षक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से काम नहीं किया और उनकी हत्या की गई है. परिजनों के मुताबिक मृतक के मोबाइल से पैसे भी ट्रांसफर किए गए हैं.

टीचर का मिला शव टीचर का मिला शव
विश्वजीत कुमार
  • कोडरमा,
  • 11 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:11 PM IST

झारखंड के कोडरमा में 11 दिए पहले अगवा हुए रिटायर शिक्षका का अब शव बरामद हुआ है. 31 जनवरी को अपहृत सेवानिवृत्त शिक्षक गिरिजा नंदन प्रसाद का शव शनिवार को कोडरमा के डंगरा पहाड़ जंगल से संदिग्ध स्थिति में बरामद हुआ.

शव मिलने के बाद अब परिजन पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं और पिता की हत्या होने का आरोप लगा रहे हैं. बता दें कि गिरिजा नंदन प्रसाद के शव की शिनाख्त उनके बड़े बेटे ने की है.

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शव के पास ही गिरिजा नंदन प्रसाद का चश्मा, मोबाइल और अन्य सामान बरामद हुआ है. शिक्षक के गायब होने के बाद 3 फरवरी को परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज करा दिया था लेकिन पुलिस उन्हें नहीं ढूंढ पाई थी. 

फिलहाल पुलिस इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है. वहीं मृतक के बेटे का आरोप है कि पिता के अकाउंट से यूपीआई ट्रांजैक्शन भी हुआ था लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने घोर लापरवाही बरती. बेटे का आरोप है कि पुलिस ने मोबाइल को ट्रैक करने में काफी समय लगा दिया.

वहीं पुलिस की तरह से कहा जा रहा है कि अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद ही एसपी के निर्देश पर पुलिस टीम का गठन कर सेवानिवृत्त शिक्षक को तलाशने का कार्य शुरू कर दिया गया था.  

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पुलिस ने शव को लेकर कहा कि वो पूरी तरह से डी कंपोस्ट हो गया है, ऐसा लग रहा है कि उनकी मौत कई दिन पहले ही हो गई है. परिजनों की माने तो गिरिजा नंदन प्रसाद की ना तो किसी से दुश्मनी थी और ना ही कोई पारिवारिक विवाद का मामला सामने आया है. 

परिजनों के मुताबिक वो हमेशा लोगों की मदद को तत्पर रहते थे, वह कोडरमा के पेंशनर समाज के अध्यक्ष भी थे. घर से वह बाजार जाने के लिए निकले थे और फिर वापस नहीं लौटे.  शव बरामद होने के बाद अब पुलिस के लिए उनकी मौत की गुत्थी को सुलझाना बड़ी चुनौती बन गई है.

 

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