
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास की जबरन धर्मांतरण के खिलाफ आरंभ की गई मुहिम सरकारी अफसरों को ही नागवार लग रही है. इस सिलसिले में भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी वंदना डाडेल ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट डाला है. 20 अक्टूबर को इस पोस्ट पर डाडेल ने राज्य सरकार की धर्मांतरण के खिलाफ मुहिम पर ही सवाल खड़ा कर दिया है.
क्या लिखा है फेसबुक पोस्ट में?
वंदना डाडेल ने धर्म परिवर्तन पर हो रही टिप्पणियों पर सवाल उठाया है. उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर इस संबंध में पोस्ट डालते हुए लिखा है कि जब सरकारी कार्यक्रमों में भी आदिवासियों के धर्म और धर्म परिवर्तन पर टिप्पणी होने लगे तो मन में सवाल उठना वाजिब है. क्या इस राज्य में आदिवासी को स्वेच्छा से, सम्मान से अपना धर्म चुनने का भी अब अधिकार नहीं रह गया है? आखिर क्यों अचानक आदिवासियों के धर्म परिवर्तन पर औरों को चिंता होने लगी है, जबकि अशिक्षा, बेरोजगारी और कुपोषण जैसी कितनी ही गंभीर समस्याओं से समाज जूझ रहा है. ' वंदना डाडेल ने इस पोस्ट को अपनी व्यक्तिगत टिप्पणी बताया है.
सीएम ने जबरन धर्म परिवर्तन पर उठाए थे सवाल
राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास बीते कुछ दिनों से लगातार आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराने वाले पादरियों को जेल भेजने की बात कह रहे हैं. उन्होंने हाल ही में दुमका के काठीकुंड प्रखंड में एक ग्राम सभा को संबोधित करते हुए धर्मांतरण पर टिप्पणी की थी. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा था कि कुछ लोग हमारी संस्कृति और परंपरा को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं. लालच या प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराना अपराध है. उन्होंने लोगों का आह्वान किया था कि जो आपके धर्म और संस्कृति पर चोट या आंच पहुंचाने की कोशिश करे, उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले करो. इससे पहले प्रदेश बीजेपी कार्यसमिति के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा था कि धर्म परिवर्तन कराने वाले पादरियों का स्थान जेल में है और वे उन्हें जेल भेजेंगे.
कौन हैं वंदना डाडेल?
वंदना डाडेल 1996 बैच की आईएएस अफसर हैं. फिलहाल वे झारखंड में पंचायती राज सचिव के पद पर हैं. वंदना डाडेल पूर्व में भी जिलों में उपायुक्त समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं.