
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के संबोधन के बाद भारत की ओर से राइट टू रिप्लाई के तहत दिया गया करारा जवाब पूरे देश में सुर्खियां बंटोर रहा है. दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का जबाव देते हुए भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र में देश की प्रथम महिला सचिव व जमशेदपुर में जन्मी आईएफएस अधिकारी स्नेहा दुबे ने इसका जवाब दिया.
साल 2012 बैच की आईएफएस अधिकारी स्नेहा दुबे ने अपने जवाब में पाकिस्तान के पीएम को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि भारत के अंदरूनी मामलों को उन्होंने दुनिया के मंच पर लाने और झूठ फैलाकर भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है.
पाकिस्तान वही देश है जहां आतंकवादी स्वतंत्र हैं. अपने पड़ोसियों को परेशान करने के लिए पीछे से वह आतंकवाद को प्रायोजित करता है. वह अपने यहां आतंकवादियों को इस उम्मीद में स्वततंत्रता देता है कि वे केवल अपने पड़ोसियों को नुकसान पहुंचाएंगे. हमारे क्षेत्र और पूरी दुनिया को इनकी इन्हीं नीतियों कें कारण नुकसान उठाना पड़ा है.
जमशेदपुर में बीता स्नेहा दुबे का बचपन
पूरे देश में भारत का परचम लहराने वालीं स्नेहा दुबे का बचपन झारखंड के जमशेदपुर में बीता है. स्नेहा दुबे का जन्म जमशेदपुर शहर में ही हुआ. उनके पिता जेपी दुबे शहर के केबल कंपनी में इंजीनयर के पद पर कार्यरत थे. उनका परिवार केबल टाउन में ही रहता था. परन्तु साल 2000 में कंपनी के अचानक से बन्द हो जाने के बाद स्नेहा दुबे का पूरा परिवार गोवा चला गया. वहां उनके पिता को फिनोलेक्स केबल कंपनी में जॉब मिल गई. जिसके बाद स्नेहा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वहीं से की. उनकी मां स्कूल में शिक्षिका हैं.