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झारखंड के दुमका में स्पेनिश महिला से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पीड़िता स्पेनिश महिला ने झारखंड पुलिस के त्वरित एक्शन की तारीफ की और इस घटना के जरिए भारत की छवि खराब करने वालों को नसीहत भी दी.
गैंगरेप की पीड़ित स्पेनिश महिला ने कहा कि, हर भारतीय ऐसा नहीं है, वो बीते 6 महीने से भारत में है और उनके साथ लोगों ने काफी अच्छा व्यवहार किया है. महिला ने कहा मैं इस वारदात के लिए भारतीय लोगों को जिम्मेदार नहीं ठहराऊंगी, वो हमारे साथ काफी अच्छे रहे हैं.
पीड़िता ने कहा, हम लगभग 6 महीने से यहां हैं और हमेशा उन्होंने मेरा ध्यान रखा है, हमारी मदद की है. उन्होंने कहा कि मेरे साथ गैंगरेप करने वाले अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि वो किसी और के साथ ऐसा करने की कभी जुर्रत ना कर सकें. ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि इस तरह की हरकत करने वाले दो बार सोच लें.
बता दें कि इस मामले में गैंगरेप पीड़िता दंपति को उपायुक्त ए.दौड़े और एसपी पीतांबर सिंह खैरवार ने विक्टिम कंपनसेशन स्कीम के तहत 10 लाख रुपए का चेक सौंपा. इस मौके पर स्पेन की जर्नलिस्ट भी मौजूद थीं.
झारखंड हाई कोर्ट ने भी दुमका गैंगरेप मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश श्री चन्द्रशेखर और न्यायमूर्ति नवनीत कुमार की खंडपीठ ने झारखंड के डीजीपी, मुख्य सचिव और दुमका के पुलिस अधीक्षक को अदालत के सामने अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है.
हाई कोर्ट ने इस मामले को लेकर कहा है कि किसी विदेशी नागरिक के साथ अपराध की घटनाओं से देश की पर्यटन, अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने सहित गंभीर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय परिणाम हो सकते हैं. विदेशी महिला के खिलाफ रैप जैसे अपराध से देश के खिलाफ प्रचार होने की संभावना है, जिससे दुनिया भर में भारत की छवि खराब होगी.
बता दें कि 28 साल की स्पेनिश महिला और 64 साल का उसका पति बांग्लादेश से अलग-अलग बाइक टूर पर निकले थे और वो झारखंड के रास्ते नेपाल जा रहे थे. इसी दौरान स्पेन की महिला के साथ शुक्रवार की देर रात दुमका में गैंगरेप की घटना हुई थी.