
झारखंड (Jharkhand) के बोकारो (Bokaro) जिले के एक सरकारी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार अलर्ट पर है. इसे ध्यान में रखते हुए बोकारो सदर अस्पताल में 30 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है. सेंटर में उन लोगों को एडमिट किया जाएगा जो संक्रमित मुर्गों के संपर्क में रहे हैं और जिनको सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या हो रही है.
बताया गया कि आइसोलेशन सेंटर में रखकर ऐसे लोगों का इलाज किया जाएगा, जिससे वह अपने परिवार से दूर रह सकेंगे और संक्रमण फैलने से रोका जा सकेगा. बोकारो के सिविल सर्जन अभय भूषण प्रसाद की मानें तो बोकारो में बर्ड फ्लू को ध्यान में रखते हुए सारी तैयारी स्वास्थ्य विभाग के तरफ से कर ली गई हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है जो बर्ड फ्लू से ग्रसित मुर्गे-मुर्गियों के संपर्क में आए हैं और अब उन लोगों की तबीयत खराब है. उन्होंने कहा कि जरीडीह में भी कुछ मुर्गों के मरने की बात सामने आई है, जिसको लेकर जांच रिपोर्ट भेजी गई है.
उन्होंने आगे कहा कि अगर वहां भी रिपोर्ट में बर्ड फ्लू (Bird Flu) संक्रमण की बात सामने आती है कि तो फिर मुर्गों के संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया जाएगा.
लोहांचल में स्थित सरकारी पोल्ट्री फार्म में फैला है Bird Flu
गौतरलब है कि बोकारो जिले के लोहांचल में स्थित सरकारी पोल्ट्री फार्म में कड़कनाथ चिकन में बर्ड फ्लू (H5N1) के मामले सामने आए हैं. बर्ड फ्लू की वजह से कुछ कड़कनाथ चिकन की मौत भी हो गई है.
बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने पोल्ट्री फार्म के एक किलोमीटर के दायरे को अफेक्टेड जोन और 10 किलोमीटर के दायरे को सर्विलांस जोन घोषित कर दिया है. इन इलाकों में चिकन और बत्तखों की बिक्री पर भी बैन लगा दिया गया है.
जमीन खोदकर दबाए जा रहे मृत मुर्गे
पशुपालन निदेशालय ने सरकारी पोल्ट्री में मुर्गियों पर नजर रखने के निर्देश दिए थे. बोकारो में सरकारी मुर्गी फार्म में एहतियात के तौर पर दवा का भी छिड़काव किया जा रहा था, यहां प्रवेश वर्जित कर दिया गया था.
राजकीय कुक्कुट क्षेत्र के स्टोर कीपर चंद्रभूषण प्रसाद ने बताया कि यहां कड़कनाथ और रोड आइलैंड रेड अमेरिकन प्रजाति की मुर्गियां हैं. दोनों प्रजातियों की मुर्गियों की मौत हुई है. दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है.
मृत मुर्गों को जमीन खोदकर दबा दिया जा रहा है. पक्षियों के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टिने के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए एक केंद्रीय टीम बोकारो जाएगी.