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झारखंड: किन्नरों ने अपने हक के लिए उठाई आवाज, जानें क्या है सरकार से मांग 

झारखंड के झालसा ऑफिस पहुंचे किन्नर समाज ने कहा कि जिस तरह और भी समाज का विकास हो रहा है, ठीक उसी प्रकार हमारे समाज का भी विकास हो सके, इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए.

किन्नरों ने अपने हक के लिए उठाई आवाज किन्नरों ने अपने हक के लिए उठाई आवाज
आकाश कुमार
  • रांची,
  • 12 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 9:57 PM IST
  • शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मिले नौकरी 
  • लोक अदालत मे मूलवासी ट्रांसजेंडर हों शामिल
  • सरकार की विकास योजनाओं का मिले लाभ

झारखंड के कई जिलों से ट्रांसजेंडर किन्नर समाज झालसा ऑफिस पहुंचे. किन्नर समाज ने मांग की है कि झारखंड में किन्नरों की जितनी भी संस्था या ऑर्गेनाइजेशन हैं, उन सभी को सरकार की विकास योजनाओं और प्रोजेक्ट से जोड़ा जाए, ताकि वे भी अपने समुदाय के लिए विकास का कार्य कर सकें. 

किन्नर समाज ने कहा कि जिस तरह और भी समाज का विकास हो रहा है, ठीक उसी प्रकार हमारे समाज का भी विकास हो सके, इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए. किन्नर समुदाय कई सालों से ट्रांस कमेटी की सेवा कर रही है. अपने अधिकार के लिए लड़ रही है.

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दिया गया ज्ञापन 
वहीं पिछले दिनों झारखंड में राष्ट्रीय लोक अदालत में बाहरी  ट्रांसजेंडर को सदस्य के रूप में शामिल करने पर झारखंड के मूलवासी किन्नर समाज ने विरोध किया है. अपने इसी विरोध को लेकर थर्ड जेंडर सीबीओ के तरफ से ज्ञापन के माध्यम से झालसा को इससे अवगत कराया गया है. साथ ही उन्होंने लोक अदालत में बाहरी ट्रांसजेंडर को जज के रूप में शामिल करने पर विरोध करते हुए झारखंड के मूलवासी ट्रांसजेंडरों के अधिकारों का हनन बताया है. उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से आगामी लोक अदालतों में मूलवासी ट्रांसजेंडरों को स्थान देने की मांग की है.

ये रखी मांग 
किन्नरों ने मांग की है कि किन्नर समाज से जुड़े कई ऐसे लोग हैं जो पढ़े लिखे और पीएचडी भी कर रहे हैं, ताकि समाज में अच्छे कामकाज और अच्छे प्रतिष्ठान में उनको काम मिल पाए. इस पर झारखंड सरकार को ध्यान देने की जरूरत है, जिससे समाज से अलग थलग किन्नर समाज को उसका हक मिल सके. 

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