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रांची: दूसरी डोज लेने पहुंची महिला को कोवैक्सीन की जगह लगाई कोविशील्ड, बिगड़ी तबीयत

रांची के शिवाजी नगर की रहने वाली महिला शीला देवी वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के लिए एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंची थी. शीला देवी को पहली डोज कोवैक्सीन की लगी थी.

आक्रोशित परिजनों ने किया हंगामा आक्रोशित परिजनों ने किया हंगामा
सत्यजीत कुमार
  • रांची,
  • 12 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 11:01 AM IST
  • परिजनों ने डायग्नोस्टिक सेंटर पर लगाया लापरवाही का आरोप
  • मेडिका अस्पताल में भर्ती है पीड़िता शीला देवी, चल रहा उपचार

कोरोना वायरस की महामारी के बीच देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार और तेज हो गई है. वैक्सीनेशन की तेज रफ्तार के बीच इसमें लापरवाही के कुछ मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला झारखंड में सामने आया है. झारखंड की राजधानी रांची में रहने वाली एक महिला वैक्सीन की दूसरी डोज लेने पहुंची तो उसे कोवैक्सीन की जगह पर कोविशील्ड लगा दी गई.

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वैक्सीनेशन में लापरवाही का यह मामला बरगांय स्थित एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर की है. रविवार को रांची के शिवाजी नगर की रहने वाली महिला शीला देवी वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के लिए एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंची थी. शीला देवी को पहली डोज कोवैक्सीन की लगी थी. दूसरी डोज के दौरान लापरवाही से कोवैक्सीन की बजाए कोविशील्ड लगा दी गई. 

वैक्सीन की गलत डोज लगाए जाने से शीला देवी की तबीयत बिगड़ने लगी. शीला देवी की तबीयत बिगड़ती देख अस्पताल की ओर से बेहतर इलाज के लिए तत्काल मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया. शीला देवी का इलाज मेडिका अस्पताल में चल रहा है. इसे लेकर शीला के परिजनों में आक्रोश है. आक्रोशित परिजनों ने कहा कि कई बार कागज चेक करने के बावजूद भी शीला देवी को कोवैक्सीन की जगह कोविशील्ड का टीका लगा दिया गया.

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मेडिका अस्पताल प्रबंधन की ओर से आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि शीला देवी कोवैक्सीन का दूसरा डोज लेने आई थी. डायग्नॉस्टिक सेंटर के कर्मचारियों को गलतफहमी हुई और उन्होंने गलती से कोविशील्ड (covishield) का टीका लगा दिया. टीका लेने आए शीला देवी की स्थिति फिलहाल सामान्य है और उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है. इसके बावजूद भी शीला देवी को निगरानी में रखने के लिए अस्पताल में रखा गया है.

परिजनों ने डायग्नोस्टिक सेंटर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी वजह से ही उनकी मरीज की हालत बिगड़ी. परिजनों ने यह मांग भी किया कि यदि भविष्य में शीला देवी को किसी भी तरह कि कोई समस्या होती है तो उसके इलाज की जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की है. 

 

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