
झारखंड के गिरीडीह में खसरा और टिटनेस का टीका लगाए जाने के बाद ढाई माह के एक अबोध बच्चे की मौत हो गई. परिजनों ने इसके लिए एएनएम को जिम्मेदार बताया है. अबोध की मौत के बाद परिजन एएनएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे अधिकारियों ने मामले की जांच कराकर दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
जानकारी के मुताबिक गिरीडीह जिले के पीरटांड प्रखंड के खेता डाबर गांव में बच्चों के टीकाकरण के लिए कैंप लगा था. टीकाकरण के लिए लगे इस कैंप में बच्चों को खसरा और टिटनेस का टीका लगाया जा रहा था. दर्जनों बच्चों का टीकाकरण हुआ. जिन बच्चों का टीकाकरण हुआ था, उनमें से एक की हालत करीब तीन घंटे बाद बिगड़ने लगी. उसे तेज बुखार आ गया.
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बच्चे की हालत बिगड़ते देख आनन-फानन में परिजन उसे लेकर उपचार के लिए गिरीडीह जा रहे थे कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया. बच्चे को लेकर परिजन जब अस्पताल पहुंचे, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने एएनएम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बच्चे की मौत के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया है. घटना की सूचना पाकर कई आला अधिकारी खेता डाबर गांव पहुंचे.
गिरीडीह के खेता डाबर गांव पहुंच अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधाया और जांच का आश्वासन दिया. अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भी भरोसा दिलाया. पीरटांड प्रखंड विकास पदाधिकारी दिनेश कुमार, अंचल अधिकारी विनय प्रकाश तिग्गा, जिला स्वास्थ्य समिति के बीएलओ कालीचरण मुर्मू ने खेता डाबर जाकर पीड़ित परिवार से बात कर घटनाक्रम की जानकारी ली और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया.
(गिरीडीह से सूरज के इनपुट के साथ)
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