
झारखंड के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल राजेंद्र इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में एक महिला मरीज को फर्श पर खाना देने का मामला सामने आया है. आर्थो वार्ड के कॉरिडोर में मुन्नी देवी नाम की मरीज को किचन स्टाफ ने फर्श पर ही खाना परोस दिया. स्वास्थ्य सचिव ने स्टाफ को बर्खास्त करने का आदेश दिया है.
हालांकि, खाना परोसने वाले स्टाफ का कहना है कि उसके पास बर्तन नहीं थे. चश्मदीद के मुताबिक, जब महिला ने किचन स्टाफ से खाना मांगा तो उसने पहले फटकारा और फिर फर्श पर ही दाल-चावल और सब्जी परोस कर चले गए.
एक महीने से भर्ती है महिला
महिला इसी अस्पताल के हड्डी विभाग में इलाज के लिए बीते एक महीने से भर्ती है. आरोप है कि महिला मरीज से फर्श भी साफ कराया गया. जब यह दृश्य वहां मौजूद लोगों ने देखा तो उन्होंने न केवल किचन स्टाफ को डांट लगाई, बल्कि अपने पैसे से मरीज को खाने के लिए बर्तन भी उपलब्ध कराया.
डायरेक्टर ने घटना से किया इनकार
हालांकि, रिम्स के डाइरेक्टर बी. एल. शेरवाल से जब सवाल किया गया तो उन्होंने महिला मरीज के हॉस्पिटल में इलाज कराने की बात से ही इनकार कर दिया. लेकिन उन्होंने इस तरह के व्यवहार को गलत ठहराया. सूबे के सबसे बड़े इस हॉस्पिटल का सालाना बजट करीब 300 करोड़ रुपये है. लेकिन मरीजों को मिलनेवाली सुविधाओं का बुरा हाल है. करोड़ों खर्च करने के बावजूद वार्ड से लेकर इमरजेंसी तक मरीजों को अपने पैसे के सहारे इलाज कराना पड़ता है.