मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी ने गुरुवार को गोद ली हुई अपनी तीन बेटियों का विवाह धूमधाम से संपन्न किया. इस दौरान पिता बने मुख्यमंत्री शिवराज ने तीनों बेटियों का कन्यादान किया और उन्हें विदाई दी. मुख्यमंत्री ने दत्तक पुत्रियों के साथ बाढ़ वाले गणेश मंदिर में भगवान गणेश का आशीर्वाद लिया. इस दौरान सीएम शिवराज ने मंदिर परिसर में बेटियों के साथ पौधारोपण भी किया.
(इनपुट- विवेक ठाकुर)
(फोटो- ट्विटर/सीएम शिवराज चौहान)
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह ने अपनी तीनों दत्तक बेटियों के लिए गैस चूल्हे से लेकर गृहस्थी का सारा सामान शादी से कुछ दिन पहले ही खरीद कर रख लिया था. शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक उनके लिए तकलीफ का भी दिन है, क्योंकि जिन बेटियों का 22 से 23 साल तक लालन पालन किया उनको आज विदा करना पड़ा. लेकिन खुशी इस बात की है कि उन्होंने जो संकल्प लिया था वो आज पूरा हो गया.
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने और उनकी पत्नी साधना सिंह ने सभी बेटियों की परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी. मुख्यमंत्री शिवराज की पत्नी साधना सिंह ने तीनों बेटियों के लिए मां का पूरा फर्ज निभाया और शादी की सभी रस्में पूरी की.
बता दें सीएम शिवराज सिंह चौहान जब विदिशा से सांसद थे उस समय सुंदर सेवाश्रम की स्थापना हुई थी, यहां पर उन बेटियों को आसरा दिया जाता था. जिनके सिर से मां बाप का साया उठ जाता था.आश्रम की तीन बेटियां राधा, प्रीति और सुमन के हाथ पीले हुए. बेटियों को विदा करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज की पत्नी साधना सिंह भावुक हो गईं.
इस खास मौके पर साधना सिंह ने कहा कि 'हर मां का सपना होता है कि उसकी बेटी की शादी हो और वो अच्छे घर जाए उन्हें इस बात की खुशी हो रही है. लेकिन अब तीनों बेटियां की शादी के बाद आश्रम भी सूना हो जाएगा. मैंने सभी बेटियों का लालन-पालन किया है, इस विदाई पर मन दुखी भी हो रहा है'.
शिवराज की जिन तीन गोद ली हुई बेटियों की शादी हुई है उन्हें 1999 में आश्रम लाया गया था. आश्रम में रहकर ही उनकी पढ़ाई भी पूरी हुई. इन तीनों की पढ़ाई विदिशा में हुई और किसी ने हाईस्कूल और किसी ने हायर सेकंडरी तक पढ़ाई की है.
इन तीन लड़कियों में से प्रीति की शादी रोहन नाम के लड़के से हुई है, जो विदिशा नगर पालिका में कर्मचारी है. दूसरी लड़की राधा की शादी सोनू मेहरा से हुई जो कि विदिशा नगरपालिका में काम करता है. तीसरी लड़की सुमन की शादी रायसेन के रहने वाले प्रशांत से हुई जो निर्वाचन शाखा के कर्मचारी है. इन तीनों बेटियों को शिवराज जब आश्रम लाए थे, तब इनकी उम्र 4-5 साल के करीब ही थी. उस समय शिवराज यहां से सांसद थे.