मध्य प्रदेश के बैतूल में कोरोना काल में शादी करना महंगा पड़ा और प्रशासन ने एक जगह दूल्हे के पिता पर मामला दर्ज कराया और एक जगह दुल्हन के पिता पर मामला दर्ज कराया. मामला बैतूल के शाहपुर इलाके का है जहां केसिया और मंडई बुजुर्ग गांव में कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही थी और लोग प्रतिबंध के बावजूद धूमधाम से शादी कर रहे थे. (प्रतीकात्मक फोटो)
संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर मध्य प्रदेश में शादी समारोह करने पर प्रतिबंध लगाया गया है, बावजूद इसके कई लोग आदेशों की अनदेखी कर मनमानी कर रहे हैं. कुछ गांवों में शादियां धूमधाम से टेंट लगाकर बड़ी संख्या में मेहमानों को आमंत्रित कर की जा रही हैं. ऐसे ही दो मामले बैतूल के शाहपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम केसिया व मंडई बुजुर्ग गांव में सामने आए हैं.
दोनों गांव में विवाह समारोह में करीब 60-70 लोगों की भीड़ एकत्रित थी. शनिवार रात को केसिया में शादी में खाना चल रहा था, उसी दौरान शाहपुर तहसीलदार वैद्यनाथ वासनिक, पटवारी, सचिव व पुलिस बल के साथ जा पहुंचे. इन्हें देखकर सभी जगह अफरा-तफरी मच गई. तहसीलदार ने दुल्हन के पिता को फटकारते उसके खिलाफ एफआईआर कराई.
शाहपुर तहसीलदार वैधनाथ वासनिक ने बताया, केसिया गांव में गोरेलाल गवली की बेटी ज्योति की शादी सेंदुरझना गांव के सुरेश यादव के साथ 8 मई शनिवार रात को हो रही थी. जानकारी मिलने पर पटवारी, पुलिस के साथ मौके पर पहुंचा. यहां करीब 70 से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा थी और भोजन कर रहे थे. शादी में उपस्थिति लोगों को समझाया गया कि कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. दुल्हन के पिता गोरेलाल गवली के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत केस दर्ज किया गया. (प्रतीकात्मक फोटो)
दो दिन पहले भी शाहपुर तहसील के मंडई बुजुर्ग में हो रही शादी में भी भीड़ एकत्रित हुई थी. इसकी सूचना प्रशासन को मिली कि बगैर अनुमति भीड़ एकत्रित कर शादी का आयोजन हुआ. तहसीलदार वैधनाथ वासनिक ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया. दुल्हन पूनम के पिता गुण्ठू यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.