मध्य प्रदेश के सीधी में हुए बस हादसे के बाद लापता लाशों को ढूंढने के लिये 35 किलोमीटर तक चलाये गए सर्च ऑपरेशन को शनिवार को अंतिम शव को बरामद करने के बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम ने रोक दिया. (सीधी से हरिओम सिंंह की रिपोर्ट)
शव को पोस्टमार्टम के लिए रामपुर नैकिन सामुदायिक केंद्र भेजा गया, जहां से शव को परिजनों को भेजा जाएगा. अब तक मृतकों का कुल आंकड़ा 54 पहुंच गया है. इस हादसे में 54 लोग काल के गाल में समा गए. इन 54 लोगों की डेड बॉडी नहर से बाहर निकाल ली गई हैंं. मंगलवार को हुए सीधी बस हादसे में ड्राइवर सहित 7 लोग उस समय तैरकर बाहर निकल पाए थे. इनमें से ड्राइवर फरार हो गया और 6 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. बाद में बस कंडक्टर की मौत हो गई थी. 32 सीटर बस में 58 यात्री भरे हुए थे और अन्य दो लोगों में बस के ड्राइवर और कंडक्टर शामिल थे. बस में कुल लोगों की संख्या 60 थी.
सीधी में हुए भीषण बस हादसे के बाद प्रशासन एक्टिव मोड पर आया और तुरंत ही बाणसागर डैम के पानी को कम करने के लिये नहर को बंद किया गया. जिसके बाद लापता यात्रियों के शवों की तलाश की गई.
हादसे के 5 दिन बीत जाने के बाद अंतिम लापता यात्री अरविंद विश्वकर्मा का शव रीवा जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत अमलिकी गांव से बरामद किया गया.
अरविंद घटना के दिन अपनी बुआ की बेटी यशोदा को एएनएम की परीक्षा दिलाने सतना ले जा रहा था. यशोदा का शव तो घटना के दिन ही मिल गया था लेकिन अरविंद का शव 5 दिन बाद मिला. अरविंद 4 भाइयो में सबसे बड़ा था और कुछ महीनों बाद उसकी शादी होने वाली थी.