
मध्य प्रदेश के उज्जैन में शुक्रवार (21 जून) को दोपहर इंसान की परछाई ने कुछ देर के लिए साथ छोड़ दिया. ये पढ़कर भले ही आप चौंक गए हों लेकिन उज्जैन में हर साल 21 जून को कुछ देर के लिए ऐसा होता है, जब हर वक़्त साथ रहने वाली परछाई भी साथ छोड़ देती है.
दरअसल, 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन होता है, इसी दिन दोपहर में सूरज जब सबसे ऊपर होता है तो परछाई भी साथ छोड़ देती है, उज्जैन में यह साफ दिखाई देता है. आपको बता दें कि उज्जैन में हर साल 21 जून को ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है, इसी वजह से 21 जून को जब सूरज सिर के ठीक ऊपर होता है तो किसी भी शख्स की परछाई गायब हो जाती है.
उज्जैन की प्राचीन वेधशाला में इस अनोखी खगोलीय घटना को यंत्र के माध्यम से देखने की व्यवस्था की गई और देखने के लिए दूर-दूर से लोग भी आए. हालांकि शुक्रवार को जब लोग वेधशाला में ये नज़ारा देखने आए तो बादलों की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगी. वहीं कुछ देर के लिए जब सूरज निकला तो कम लोग ही इस नज़ारे का लुत्फ ले पाए.
13 घंटे 34 मिनट का दिन
सबसे बड़ा दिन होने के साथ 21 जून का दिन 13 घंटे 34 मिनट का रहा, जो साल का सबसे लंबा दिन होता है. दरअसल, 21 जून को सूरज उत्तरी गोलार्द्ध से होता हुआ कर्क रेखा के ऊपर आ जाता है इस वजह से 21 जून को दिन बड़ा और रात छोटी होती है.