
मध्य प्रदेश के सागर (Sagar MP) जिले में दलित दूल्हे (Groom) के घोड़ी चढ़ने पर भारी बवाल हो गया. पुलिस के पहरे (Police Guard) में घर से दूल्हे की घोड़ी पर बैठकर निकासी तो हो गई, लेकिन बारात के जाते ही रात में दबंगों ने दूल्हे और आसपास के घरों पर पथराव कर दिया. शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र लोधी समेत चार नामजद और 20 से अधिक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
जानकारी के मुताबिक़, जिले के बंडा थाना क्षेत्र के गनियारी गांव में अहिरवार जाति का कोई दूल्हा कभी घोड़ी पर नहीं चढ़ा था. रविवार को दिलीप अहिरवार की शादी थी. परिवार ने तय किया कि वे बेटे की बारात की निकासी घोड़ी पर करेंगे. दूल्हा दिलीप घोड़ी पर बैठकर पूजन के लिए जा रहा था. इसी बात को लेकर गांव के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद पुलिस को खबर दी गई. हालात को देखते हुए पुलिस गांव पहुंची और पुलिस के पहरे में घोड़ी पर बैठकर दूल्हा पूजन के लिए निकला. शाम को बारात गांव से चली गई. इसके बाद गांव के कुछ असामाजिक तत्वों ने शादी वाले घर और आसपास के घरों पर पथराव कर दिया. घरों के बाहर खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की गई. हंगामा होने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में लिया.
एट्रोसिटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया केस
एडिशनल एसपी विक्रम कुशवाहा ने बताया कि शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई की गई है. इसमें 4 नामजद सहित 15 से अधिक आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 294, 323, 147, 148, 427, 506, 3(1)द, 3(1)ध ,3(2) ipc में मामला दर्ज किया है. कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है, कुछ संदेहियों को हिरासत में लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. एट्रोसिटी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है. दूसरे पक्ष के द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार की कोई रिपोर्ट नहीं है.
राजस्थान: बूंदी में पुलिस सुरक्षा में घोड़ी पर सवार होकर निकला दलित दूल्हा
राजस्थान के बूंदी जिले में दलित दूल्हा पुलिस की सुरक्षा के बीच घोड़ी पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचा. उसने इसके लिए प्रशासन और पुलिस का शुक्रिया अदा किया. यहां गांव में पहली बार किसी दलित दूल्हे ने शादी में घोड़ी पर सवारी की है. दूल्हे और उसके परिजन ने प्रशासन और पुलिस से गुहार लगाकर कहा था कि गांव के कुछ दबंगों ने घोड़ी पर नहीं बैठने देने की धमकी दी थी. ग्रामीणों ने सामाजिक परिवेश में आपसी सामंजस्य से इस आयोजन को पूरा कराया. दूल्हे की बरात का लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया.
जानकारी के अनुसार, बूंदी जिले में केशवरायपाटन उपखण्ड के चड़ी गांव में श्रीराम मेघवाल की शादी थी. श्रीराम के परिजन ने कलेक्टर से शिकायत कर कहा था कि गांव के दबंग शादी में व्यवधान डाल सकते हैं. दबंगों ने घोड़ी पर बरात नहीं निकालने की धमकी दी है. इसके बाद गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. कलेक्टर रेणु जयपाल और एसपी जय यादव भी बरात में पहुंचे. उन्होंने दलित दूल्हे पर पुष्प वर्षा की और शादी संपन्न कराई.
दूल्हे और उसके फूफा ने जताया प्रशासन का आभार
बख्शपुरा निवासी दलित दूल्हे श्रीराम मेघवाल और उनके फूफा ने आजादी के 75 वर्ष बाद गांव में पहली बार दलित दूल्हे की बरात घोड़ी पर निकलवा कर संकीर्ण रुढ़िवादिता को तोड़ने पर खुशी जताई. उन्होंने कलेक्टर रेणु जयपाल और एसपी जय यादव का आभार जताया. वहीं जिले में वर्षों से चल रही ऊंचनीच भेदभाव की परिपाटी को समाप्त करने के लिए जिले में आपरेशन समानता अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत दलित दूल्हे पर गांव के लोगों ने पुष्प वर्षा कर सामाजिक समरसता का माहौल बनाया. जिले मे चिह्नित किए गए 30 गांवों में आपरेशन समानता अभियान के तहत बैठकें की जा रही हैं. गांव के लोगों को समझाइश दी जा रही है.
रिपोर्ट: भवानी सिंह