
कोरोना की बिगड़ती स्थिति के बीच टेस्टिंग पर खासा जोर दिया जा रहा है. कहा जा रहा है कि अगर समय रहते कोविड टेस्ट करवा लिया गया, तो जान भी बच जाएगी और इस वायरस को फैलने से भी रोका जा सकेगा. लेकिन जिस तेजी से केस बढ़ रहे हैं, उसी तेजी से लोगों की कोविड टेस्ट करवाने की कोशिश भी देखने को मिल रही है. इसी वजह से टेस्टिंग लैब पर ज्यादा बोझ है और रिपोर्ट आने में कई दिन निकल रहे हैं. अब इस समस्या का भी समाधान निकाल लिया गया है.
इंदौर में ड्राइव इन कोविड टेस्ट शुरू
इंदौर में ड्राइव इन कोविड टेस्ट की सुविधा शुरू कर दी गई है. नाम से ही समझ आ रहा है कि अब लोग अपनी गाड़ी में बैठे-बैठ ही कोविड टेस्ट करवा पाएंगे. अब उन्हें ना लैब में जाने की टेंशन रहेगी और ना ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में सोचना पड़ेगा. सिर्फ अपनी गाड़ी में बैठ जाइए और बारी आते ही अपना कोविड टेस्ट करवा लीजिए. इस प्रक्रिया में खतरा ना के बराबर है और लोगों का समय भी काफी बच रहा है. इस ड्राइव इन कोविड टेस्ट की वजह से उन लैब्स पर भी बोझ कम हुआ है जहां पर स्वास्थ्य सेवाएं चरमराती दिख रही थीं.
लोगों में दिखा भारी उत्साह
ड्राइव इन कोविड टेस्ट की ये पहल लोगों को भी खासा पसंद आ गई है. उनका उत्साह देखते ही बन रहा है और गाड़ी की लंबी कतारें भी इसी ओर इशारा कर रही हैं. नेहरू स्टेडियम और दशहरा मैदान में मात्र 600 रुपए में कोविड का ये टेस्ट हो जाएगा और लोगों को अपनी रिपोर्ट के लिए भी ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. पहले दिन दोनो केंद्रों पर 1200 से ज्यादा लोगो ने कोरोना की जांच कराई तो वहीं दूसरे दिन के लिए भी 1 हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो गए और बुधवार दोपहर तक नेहरू स्टेडियम और दशहरा मैदान पर 500 - 500 लोगो का कोविड टेस्ट किया जा चुका है. ऐसे में प्रशासन की ये नई पहल रंग लाती दिख रही है.
कैसे करें रेजिस्टर?
जांच केंद्र के इंचार्ज सुनील डाबी ने बताया कि निगम द्वारा की गई पहल की लोग सरहाना कर रहे है. उन्होंने बताया है कि किसी को भी जांच के लिए सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा. उसके बाद उन्हें एक टाइम स्लॉट पर मैसेज कर बुलाया जाएगा. फिर लोग अपने वाहनों की लेन में लगकर सैम्पल सेंटर पर पहुंचकर रजिस्ट्रेशन और भुगतान की प्रक्रिया को पूरी करेंगे और उनका सैंपल ले लिया जाएगा. 24 घंटे के भीतर सैम्पल देने वाले शख्स को जांच रिपोर्ट मोबाइल पर ही भेज दी जाएगी.
कहा जा रहा है कि अगर समय रहते ही लोगों को अपनी कोविड रिपोर्ट पता चल जाएगी तो उन्हें ये फैसला लेने में आसानी रहेगी कि उन्हें अस्पताल में एडमित होने की जरूरत है या नहीं. ऐसा होती ही अस्पतालों पर भी बोझ कम होगा और हर जरूरतमंद मरीज को भी समय रहते बेड और ऑक्सीजन मिल पाएगी. इसी वजह से इंदौर की ड्राइव इन कोविड टेस्ट सेवा की काफी तारीफ की जा रही है.