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ई-टेंडर मामले पर बोले नरोत्तम मिश्रा, कमलनाथ सरकार फंसाने के लिए कर रही है कार्रवाई

नरोत्तम मिश्रा ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि सरकार के पास सबूत है तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. ई-टेंडर में मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला तो पुराने मुद्दे निकाले जा रहे हैं.

नरोत्तम मिश्रा (फाइल फोटो) नरोत्तम मिश्रा (फाइल फोटो)
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 07 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 10:28 AM IST

मंगलवार को भोपाल में मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और उत्तर प्रदेश के सह-प्रभारी नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ सरकार उनको फंसाने के लिए कार्रवाई कर रही है. सरकार को ई-टेंडर में मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला. इसलिए अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के जरिए पुराने मुद्दे उखाड़े जा रहे हैं.

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वो छात्र जीवन से राजनीति कर रहे हैं लेकिन उन पर कभी कोई आरोप नहीं लगा. नरोत्तम मिश्रा ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि सरकार के पास सबूत है तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. नरोत्तम ने ईओडब्ल्यू विभाग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ईओडब्ल्यू विभाग कमलनाथ सरकार की कपिला गाय की तरह हो गया है जिसका मकसद सिर्फ मुद्दों से ध्यान भटकाना है.

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नरोत्तम मिश्रा ने दावा किया कि उनके घर पर अब तक एक बार ईओडब्ल्यू की टीम नहीं आई है. वहीं, मुकेश शर्मा के घर पड़े छापे पर बोलते हुए नरोत्तम ने कहा कि उनका नाम जानबूझकर इसमें जोड़ा जा रहा है. नरोत्तम ने एक बार फिर कहा कि ई-टेंडर घोटाले के जरिए उनकी चरित्र हत्या की कोशिश की जा रही है.

कांग्रेस बोली 'घबरा क्यों रहे हैं नरोत्तम'

नरोत्तम मिश्रा के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. सीएम कमलनाथ के मीडिया कॉर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने 'आजतक' से बात करते हुए कहा कि नरोत्तम मिश्रा की बैचेनी और घबराहट वो समझ सकते हैं. सलूजा ने कहा कि नरोतम मिश्रा जब गलत नहीं हैं तो वो ईओडब्ल्यू की कार्रवाई से घबरा क्यों रहे हैं? नरेंद्र सलूजा ने नरोतम मिश्रा के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि जिस ईओडब्ल्यू की कार्रवाई पर नरोत्तम उंगली उठा रहे हैं. उसने ई-टेंडर घोटाले की जांच तत्कालीन शिवराज सरकार में ही शुरू की गई थी.

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उमा भारती ने भी किया था बचाव

बता दें कि दो दिन पहले मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी नरोत्तम मिश्रा का बचाव करते हुए उन्हें जबरन ई-टेंडर मामले में फंसाने का आरोप लगाया था. उमा ने लिखा था कि पिछले कुछ दिनों से समाचार पत्रों में नरोत्तम मिश्रा के साथ रहे लोगों पर आर्थिक अपराधों के आधार पर कार्रवाई की खबर आ रही है. मैं नरोत्तम मिश्रा को 1985 से जानती हूं वह मेरे सशक्त सहयोगी रहे है. मध्य प्रदेश के भाजपा के सशक्त आधार है. अचानक उनकी छवि को खराब करने का सरकार का कुत्सित प्रयास निंदनीय है.

मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बने हुए 7 महीने हो चुके हैं. अचानक इस प्रकार की कार्रवाई यह इंगित करती है कि नरोत्तम मिश्रा का मनोबल गिराने का प्रयास है. नरोत्तम मिश्रा भाजपा के एक समर्थ कार्यकर्ता एवं मजबूत इरादों के व्यक्ति हैं उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है. मैं एवं बीजेपी पूरी तरह से उनके साथ हैं'.

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