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कमलनाथ पर चला चुनाव आयोग का 'चाबुक', स्टार प्रचारकों की लिस्ट से नाम हटाया

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है. चुनाव आयोग ने कमलनाथ का नाम स्टार प्रचारकों से हटा दिया है. आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है. हालांकि, कमलनाथ मध्य प्रदेश उपचुनाव में प्रचार कर सकेंगे, लेकिन खर्चा पार्टी नहीं प्रत्याशी देगा. 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो) मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो)
संजय शर्मा/हेमेंद्र शर्मा
  • नई दिल्ली/भोपाल,
  • 30 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 8:03 PM IST
  • कांग्रेस नेता कमलनाथ पर चुनाव आयोग की कार्रवाई
  • कमलनाथ का नाम स्टार प्रचारकों से हटाया गया
  • चुनाव आयोग को कमलनाथ के खिलाफ लगातार मिल रही थी शिकायतें

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है. आयोग ने कमलनाथ का नाम स्टार प्रचारकों से हटा दिया है. आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है. हालांकि, कमलनाथ मध्य प्रदेश उपचुनाव में प्रचार कर सकेंगे, लेकिन खर्चा पार्टी नहीं प्रत्याशी देगा. 

चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा कि कमलनाथ के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें लगातार आ रही थीं.  बीजेपी नेता इमरती देवी को आइटम बोलने के बाद कमलनाथ ने एक अन्य सभा में शिवराज सिंह को नौटंकी कलाकार भी कहा था.

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आयोग ने मध्य प्रदेश के सीईओ की रिपोर्ट के आधार पर कमलनाथ को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी माना. चुनाव आयोग की बार-बार दी गई चेतावनी के बावजूद न चेतने पर कमलनाथ के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए आदर्श आचार संहिता के अनुच्छेद एक और दो के तहत कार्रवाई की गई है. 

बता दें कि चुनाव आयोग ने इससे पहले आइटम वाले बयान पर कमलनाथ से जवाब मांगा था. कमलनाथ ने कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. चुनाव आयोग ने कमलनाथ को नसीहत भी दी थी.

चुनाव आयोग ने कमलनाथ को नसीहत देते हुए कहा कि चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने पर सार्वजनिक रूप से ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. 

अपने जवाब में कमलनाथ ने क्या कहा था

इससे पहले चुनाव आयोग को दिए जवाब में कमलनाथ ने कहा कि अगर चुनाव आयोग मेरे पूरे भाषण को फिर से देखता है तो उसे समझ आ जाएगा कि कोई दुर्भावना नहीं थी. पूर्व सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक निर्णयों में कई बार कहा है कि चुनावी सरगर्मी में कई बयान सामने आ चुके हैं.

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कमलनाथ ने कहा कि मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था. कमलनाथ के जबाव के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नसीहत दी कि सार्वजनिक तौर पर ऐसे शब्दों का इस्तेमान नहीं करना चाहिए.

 

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