
मध्य प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी मंगलवार दोपहर 1 बजे से शुरू हो गई है. सीएम कमलनाथ ने इसकी शुरुआत की. कर्जमाफी के लिए जो फॉर्म सरकार भरवा रही है, उस पर सीएम कमलनाथ का फोटो लगा है. तीन कलर वाले आवेदन किसानों से भरवाए जा रहे हैं. ये हरे, सफेद और गुलाबी रंग के फॉर्म हैं.
मध्य प्रदेश में 26 बैंकों की 7 हजार 500 शाखाओं के माध्यम से योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है. 18 जनवरी तक हरी और सफेद सूचियां ग्राम पंचायतों में चस्पा कर दी जाएंगी. अगले महीने 22 फरवरी से किसानों को भुगतान शुरू हो जाएगा. वहीं, कमलनाथ ने अब मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना से 'मुख्यमंत्री' शब्द हटवा दिया है. अब योजना का नाम होगा 'जय किसान ऋण मुक्ति योजना' होगा.
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने राज्य में किसानों के कर्जमाफी की प्रक्रिया तीन दिन पहले ही शुरू कर दी थी. इसके लिए किसानों से आवेदन मांगे गए थे. योजना के तहत डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सिस्टम से राज्य के कोष से राशि किसान के फसल ऋण खाते में जमा कराई जाएगी.
कमलनाथ ने मांगा पीएम मोदी से जवाब
इस अवसर पर सीएम कमलनाथ ने बोलते हुए कहा कि आज बहुत ऐतिहासिक दिन है. मैंने हमेशा कहा है कि एमपी की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है. मैंने बहुत GDP देखी है लेकिन मध्यप्रदेश में 70 फीसदी कृषि क्षेत्र से जुड़ा है. आज हम इस योजना की शुरुआत कर रहे हैं लेकिन मैंने इसका नाम इसलिए बदला क्योंकि ये उनको कोई तोहफा नहीं बल्कि जो किसान कर्जे में पैदा और बड़ा होता है, उसी में मर जाता है. उसका यह हक है. उसके लिए मैंने सिर्फ 18 दिन सीएम दफ्तर में गुजारे हैं. अभी तक और कृषि और युवाओं के लिए कई योजनाओं पर काम किया है.
कमलनाथ ने आगे कहा कि हमारे पास कोई बंदरगाह नहीं है. हमें ऐसी नीति बनानी है जो उनके जैसे ही काम लाए. यह योजना मेरे जीवन में मील का पत्थर है क्योंकि इससे 55 लाख किसान लाभान्वित होंगे और 55 हजार करोड़ रुपये का कर्जा माफ होगा. मैं तो मोदी जी से पूछता हूं कि 5 साल का हिसाब नौजवानों को दें, व्यापारियों को दें. बीजेपी अपने घर की चिंता करें और हमारे बारे में न सोचें.
वादे को अब पूरा किया जा रहा है
अनुपूरक बजट में कर्जमाफी के लिये 5000 करोड़ का प्रावधान है, जबकि योजना के लिये 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम चाहिए. कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने से पहले राज्य के किसानों के कर्जमाफी की बात कही थी, उसी वादे को अब पूरा किया जा रहा है.
कमलनाथ की तस्वीर छपी है
वहीं, बीजेपी ने कमलनाथ के फोटो वाले फॉर्म पर जमकर निशाना साधा था. बीजेपी की सरकार को विज्ञापनों वाली सरकार कहने वाली कांग्रेस भी अब खुद की ब्रांडिंग पर उतर आई है. किसानों के कर्जमाफी के जो फॉर्म प्रदेश भर में बांटे जा रहे हैं, उसमें कमलनाथ की तस्वीर छपी है. बीजेपी के मुताबिक जिस ब्रांडिंग के लिए कांग्रेस ने मना किया था अब वही ब्रांडिंग करती नई सरकार नजर आ रही है.