
उज्जैन के महाकाल मंदिर में रुपये लेकर भस्म आरती में प्रवेश कराने का एक मामला सामने आया है, जिसमें महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा उज्जैन के महाकाल थाने में 6 लोगों पर धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज किया गया है. मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. उज्जैन एसपी ने बताया कि आरोपी विभिन्न कोटे में बची हुई टिकट का इस्तेमाल निर्धारित रुपए से ज्यादा रुपए लेकर भस्म आरती के दर्शन कराने के लिए करते थे.
घटना 2 अक्टूबर की है. बाहर से आए कुछ श्रद्धालु महाकाल मंदिर क्षेत्र के होटल विजय पैलेस में ठहरे हुए थे. महाकाल मंदिर में आसानी से दर्शन कराने और भस्म आरती में शामिल कराने के लिए केएसएस कंपनी सुरक्षा कर्मी सुरेश राठौर ने बातचीत की. केएसएस कंपनी महाकाल मंदिर में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करती है.
सुरेश ने सबसे पहले सत्कार शाखा में तैनात कर्मचारी मंगल तिवारी को भरोसे में लिया और टिकट देने की बात कही. इसके बाद सुरक्षा में खड़े सुरक्षा गार्ड संजय मालवीय, नीलम, जीलेश कश्यप व शुभम कटारिया को भी मैसेज पहुंचा दिया कि विजय पैलेस के श्रद्धालुओं से पैसा मिल गया है, उन्हें भस्म आरती में जाने दें. लेकिन सुरक्षा में तैनात अन्य पुलिसकर्मियों ने मामले को पकड़ लिया और मंदिर प्रबंध समिति को बताया.
इसके बाद मंदिर प्रबंध समिति ने पूरे मामले की पड़ताल की तो सत्कार शाखा और सुरक्षागार्ड के नाम सामने आए. इन कर्मचारियों द्वारा मंदिर प्रबंध समिति को आर्थिक नुकसान पहुंचाने, धोखाधड़ी करने और मंदिर की छवि को धूमिल करने के मामले में कलेक्टर के निर्देश पर महाकाल थाने में सभी छह आरोपियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है.