Advertisement

इस बार देरी से आएगा मानसून, मध्य प्रदेश में गर्मी से हाहाकार

मध्यप्रदेश में नौतपे के दौरान भीषण गर्मी का दौर जारी है. प्रदेश में पारा 40 डिग्री के पार है. महाकौशल क्षेत्र में जानलेवा गर्मी पड़ रही है. गर्मी के सितम का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जबलपुर में पारा 120 सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए शुक्रवार को 46.8 डिग्री सेल्शियस पर पहुंच गया.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 31 मई 2019,
  • अपडेटेड 11:04 PM IST

मध्य प्रदेश में नौतपे के दौरान भीषण गर्मी का दौर जारी है. प्रदेश में पारा 40 डिग्री के पार है. महाकौशल क्षेत्र में जानलेवा गर्मी पड़ रही है. गर्मी के सितम का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जबलपुर में पारा 120 सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए शुक्रवार को 46.8 डिग्री सेल्शियस पर पहुंच गया.

मौसम विभाग, भोपाल के मुताबिक सन 1900 के बाद जबलपुर में पहली बार तापमान इतना अधिक रिकॉर्ड हुआ है. इससे पहले 20 मई 1954 को जबलपुर में अधितकम तापमान 46.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था.

Advertisement

भोपाल में सीज़न का सबसे गर्म दिन

राजधानी भोपाल में भी शुक्रवार को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल में यह इस साल का सबसे गर्म दिन था.

कहां कितना रहा अधिकतम तापमान

रीवा में अधितकम तापमान शुक्रवार को 47 डिग्री रहा. वहीं खजुराहो, दमोह, नौगांव, सीधी और सतना में अधिकतम तापमान 46 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा ग्वालियर, सागर, उमरिया, रायसेन, होशंगाबाद, खरगोन और राजगढ़ में अधिकतम तापमान 45 डिग्री रहा.

मौसम विभाग की चेतावनी

लोगों के लिए आने वाले दिन और परेशानी भरे रह सकते हैं. मौसम विभाग ने छतरपुर, सागर, दमोह और खरगोन में तीव्र लू चलने की संभावना जताई है. उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, होशंगाबाद, रीवा, शहडोल, भोपाल, जबलपुर और इंदौर में भी लू चलने की संभावना जताई गई है.

Advertisement

मानसून के कम रहने का अनुमान

मौसम विभाग के अनुसार केरल में इस बार मानसून पांच दिन की देरी से छह जून को पहुंचने का अनुमान है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार मानसून के सामान्य रहने, लेकिन उत्तर और दक्षिण भारत में इसके सामान्य से कम रहने की संभावना जताई है. आईएमडी के अनुसार आमतौर पर माना जाता है कि अल-नीनो मानसून पर अपना असर डालती है, जिसका असर बारिश के मौसम में जारी रहेगा.

जुलाई में मानसून सामान्य से नीचे रहने की संभावना है, जबकि अगस्त में यह सामान्य रहेगा. 2019 के दक्षिण-पश्चिम मानसून सत्र के लिए पूरे देश में सामान्य बारिश होने की संभावना है. यह लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 96 प्रतिशत होने की संभावना है.

बता दें कि आईएमडी के उत्तर-पश्चिम भारत उप-मंडल में पूरा उत्तर भारत आता है, जबकि मध्य भारत के उपखंड में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य शामिल हैं. पूर्वोत्तर भारत उपखंड में पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, झारखंड और पूरा पूर्वोत्तर आता है जबकि दक्षिणी प्रायद्वीप में दक्षिण के पांच राज्य और केन्द्रशासित प्रदेश पुडुचेरी आता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement