
पकौड़े बेचने को रोजगार कहने की बात पर बीजेपी का मजाक उड़ाने वाली कांग्रेस, अब उसी राह पर चल रही है. युवा स्वाभिमान योजना के जरिए युवाओं को गाय हांकने की ट्रेनिंग देने का फैसला कर चुकी सरकार अब इससे भी एक कदम आगे बढ़ गई है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में बैंड-बाजे की ट्रेनिंग से युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे. इसकी शुरुआत स्वयं सीएम कमलनाथ के संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा से करने की तैयारी है.
दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ आज सीआईआई फेडरेशन के सालाना अधिवेशन में आमंत्रित थे. वहां जब रोजगार बढ़ाने की बात चली तो ये भी चर्चा हुई कि बैंड-बाजे बजाने में अच्छी कमाई है. क्यों न, युवाओं की इसकी ट्रेनिंग दी जाए, जिससे कि वे प्रोफेशनल तरीके से बाजे बजाएं और पूरे देश में मध्य प्रदेश का नाम रोशन करें और कमाई भी करें.
बैंड ग्रुप देश भर के शादी-समारोह में परफॉर्म करे
सीएम कमलनाथ ने ये भी कहा कि म्यूजिक बैंड की ट्रेनिंग देने के लिए छिंदवाड़ा में एक म्यूजिक बैंड ट्रेनिंग स्कूल भी खोलने का प्रयास करूंगा. उनकी इच्छा है कि ये बैंड ग्रुप देश भर के शादी-समारोह में परफॉर्म करे. इससे मध्य प्रदेश के युवाओं को न सिर्फ रोजगार मिलेगा बल्कि मध्य प्रदेश का पूरे देश में नाम भी होगा.
इधर, कांग्रेस सरकार के इस फैसले पर सियासी पारा भी चढ़ गया है. बीजेपी ने इसे बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक तो लोगों को कहना है कि बड़े-बड़े उद्योग लगाने और युवाओं को बेहतर रोजगार की आस जगाने वाले सत्ता आते ही किस तरह बदल जाते हैं.
पशु हांकनें और चराने की ट्रेनिंग में दिया जाएगा पैसा
कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पकौड़ा तलने को भी रोजगार से जोड़ने वाले बयान का विरोध करने वाली कांग्रेस की मध्य प्रदेश में सरकार बनी तो उसने भोपाल, इंदौर, जबलपुर आदि में गाय, भैंस, बकरी, सुअर आदि ढोरों (पशु) को हांकने व चराने का भी पैसा देना का फैसला किया. इसके लिए हाल ही में शुरू की गई युवा स्वाभिमान योजना में प्रावधान रखा गया है. इस योजना में सरकार युवाओं को ट्रेनिंग देगी कि कैसे पशु हांके और चराए जाते हैं. बदले में 4 हजार रुपए प्रति महीने स्टाइपेंड भी मिलेगा.