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Khargone Violence: मामा किसी भी कीमत पर छोड़ेगा नहीं... विपक्ष पर भड़के CM शिवराज

मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दिन हुई हिंसा पर सरकार एक्शन में आ गई है. जिला प्रशासन ने खरगोन में रामनवमी जुलूस पर पथराव करने वाले आरोपियों के घर ढहाए गए हैं.

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो) मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)
रवीश पाल सिंह
  • खरगोन,
  • 14 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST
  • खरगोन हिंसा में कई लोग बुरी तरह जख्मी हुए
  • हिंसा त्रस्त लोगों ने घर के बाहर लिखा 'मकान बिकाऊ है'

मध्य प्रदेश के खरगोन में राम नवमी के दिन हुई हिंसा के बाद सूबे की शिवराज सरकार पर विपक्ष के नेता लगातार हमले कर रहे हैं. इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी बयानबाजी जारी है. जिसके बाद अब राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान भी सामने आया है. उन्होंने न सिर्फ विपक्ष के नेताओं पर हमला बोला बल्कि प्रदेश की जनता से शांति की अपील भी की. 

शिवराज ने कहा, 'मेरे खरगोन और पूरे प्रदेश के बहनों और भाइयों, मैं आपसे शांति और सद्भाव बनाने की अपील करता हूं. अपनी सुरक्षा और सम्मान के लिए कोई चिंतित न रहें.' उन्होंने कहा, 'मैं साफ कह रहा हूं, किसी वर्ण के हों, किसी पंत के हों, किसी धर्म के हों, भारतीय जनता पार्टी की सरकार सभी के लिए है. लेकिन, अगर किसी ने दंगा फैलाया तो, मामा किसी भी कीमत पर छोड़ेगा नहीं. ये कुछ लोग हैं जो, गड़बड़ कर रहे हैं. दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी.'

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राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ओवैसी साहब वहीं से चिल्ला रहे है, मध्यप्रदेश में ये हो रहा है, आके तो देख भैया. ये मेरा मध्यप्रदेश है, यहां सब सुरक्षित हैं किसी जाति और धर्म के हो, यहां कार्रवाई होगी तो गड़बड़ करने वालों के खिलाफ़ होगी.

वहीं सीएम शिवराज ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर भी बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों पर कार्रवाई हुई तो दिग्विजय को दर्द क्यों हुआ? खरगोन में गरीबों के घर जल गए. उसमें अनुसूचित जाति के लोग भी थे छोटे-छोटे मकान, घर जला दिए. अब बताइए, ऐसे लोग जिन्होंने घर जला दिए उन पर कार्रवाई होना चाहिए या नहीं...??? दिग्विजय सिंह को उसमें भी दर्द होता है, कार्रवाई कैसे हो गई.

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सीएम शिवराज ने आगे कहा कि दिग्विजय झूठे फोटो पोस्ट कर रहें हैं पता नहीं कहां-कहां झंडा लगा दिया और बता दिए कि, यह मध्यप्रदेश में लगा है. अरे कुछ तो शर्म करो. शिवराज ने कहा कि ये प्रदेश में आग लगाना चाहते हैं. लोगों को भड़काकर शांति भंग करना चाहते हैं. ताकि, अच्छे काम से लोगों का ध्यान हट जाए. उन्होंने कहा कि अपने प्रदेश की सामाजिक सद्भाव को कायम रखिए. सारे त्योहार धूम धाम और उत्साह से बनाएं लेकिन, भाईचारा कायम रखें.

घरों के बाहर लिखा 'मकान बिकाऊ है'

मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा को 4 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पीछे छूटे जख्म अब तक नहीं भरे हैं. यही नहीं खरगोन का एक परिवार बार-बार की हिंसा से त्रस्त होकर अब इलाके से पलायन का मन बना लिया है. जिसके चलते उन्होंने घर की दीवार पर  'मकान बिकाऊ है' भी लिख दिया.

जानकारी के मुताबिक इस परिवार ने कई बार हिंसा को देखा. साल 1992 और 2022 में भी इनका घर जलाया गया. वहीं इससे पहले साल 2015 और 2018 में भैंस और गाड़ी जला दी गई थी. ऐसे में अब सिर्फ यही नहीं बल्कि संजय नगर इलाके के कई लोगों ने घरों पर लिखा 'मकान बिकाऊ है'.

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रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं ने कुछ ही घंटों में दंगे का रूप ले लिया. दंगे में कई घर झुलस गए. दंगे की आंच में कुछ घर जलकर राख हो गए. आजतक ऐसे ही एक परिवार से मिला जिसने 1992 से लेकर 2022 तक हर बार हिंसा का दंश झेला है.

संजय नगर के पन्नालाल चंदौर और उनकी पत्नी के मुताबिक 1992 में दंगाईयों ने उनके घर को आग लगा दी थी थी जबकि 2015 और 2018 में हुई हिंसा के दौरान गाड़ी और मवेशियों को नुकसान पहुंचाया गया था. आजतक ने जब चंदौर परिवार के घर का दौरा किया तो पाया कि रामनवमी जुलूस के बाद हुई हिंसा में इनके घर को बुरी तरह आग लगा दी गई है.

सिर्फ यही नहीं, इनके पड़ोस के भी कई मकानों और गाड़ियों को आग लगाई गई है. चंदौर परिवार के मुताबिक उनकी गृहस्थी के साथ-साथ खाने पीने की भी सब चीज़ें जला दी गईं. चंदौर परिवार के अलावा पड़ोस में रहने वाले परिवारों ने भी बार बार की हिंसा से परेशान होकर घर पर 'मकान बिकाऊ है' लिखवा दिया है.

इन परिवारों का कहना है कि हमेशा से उसके घर को सबसे पहले निशाना बनाया जाता है, क्योंकि इलाके में हिंदुओं का सबसे पहला घर उनका ही है. परिवारों का आरोप है कि दंगाइयों ने घर में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की और उसके बाद गैस की टंकी भी उठा कर ले गए. संजय नगर में रहने वाले इन परिवारों ने सरकार से मांग की है कि या तो इन सब के लिए यहां पर सुरक्षा के उचित इंतजाम किए जाएं या फिर इन्हें किसी दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जाए. इसीलिए उन्होंने अपने घरों के बाहर मकान बिकाऊ है लिखवा दिया है.

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क्या है मामला

10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर खरगोन में शोभायात्रा निकाली गई थी. इस यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया था, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हिंसा शुरू हो गई थी. हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पेट्रोल बम भी फेंके थे. इस पूरे घटनाक्रम में आम जनता समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.

रामनवमी के जुलूस पर पथराव की घटना के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे. सीएम ने कहा था कि रामनवमी के अवसर पर खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मध्य प्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है. यह दंगाई चिन्हित कर लिए गए हैं, इनको छोड़ा नहीं जाएगा. कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद ही पुलिस और प्रशासन ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चला दिए.

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