
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है. जहां एक ही परिवार की तीन सगी नाबालिग बहनों की मौत हो गई. 30 घंटे के भीतर एक जैसे लक्षणों के बाद तीनों बच्चियों ने दम तोड़ दिया. परिवारवालों के मुताबिक, तीनों ने पहले उल्टी की और उसके बाद उनकी मौत हो गई.
ये मामला अशोकनगर से कुछ ही दूरी पर बसे ग्राम लखेरी का है. सीएमएचओ हिमांशु शर्मा फिलहाल मामले को संदिग्ध मान रहे हैं. तीन में से केवल एक लड़की का पोस्टमॉर्टम हो पाया है. परिजनों ने बाकी दो लड़कियों का अंतिम संस्कार कर दिया. वहीं, पूरे मामले की जानकारी लगने पर पीएचई राज्यमंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव गांव पहुंचे और परिवारजनों से बातचीत की.
ब्रजेन्द्र सिंह यादव ने डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब दूसरी लड़की की एक ही ढंग से मौत हुई थी तो उसका पोस्टमॉर्टम क्यों नहीं किया गया. ग्रामीणों के सामने ही मंत्री ने सीएमएचओ से पूरे मामले की जल्द से जल्द रिपोर्ट देने की बात कही है. साथ ही लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
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लड़की के पिता ने बताया कि उसकी 5 साल की बेटी ने गुरुवार की शाम को परिवार के सभी सदस्यों के साथ भुट्टे खाए थे और उन्होंने आंगनवाड़ी से मिलने वाला हलुआ भी लड़कियों को खिलाया था. उसके बाद बेटी को रात में उल्टी हुई तो उसे पानी पिलाकर फिर से सुला दिया गया. लेकिन सुबह फिर से उसकी तबियत खराब होने लगी. जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाने लगे लेकिन तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया.
पिता ने आगे बताया कि घर पहुंचने पर दूसरी 4 साल की बेटी की तबियत भी खराब हुई तो उसको अस्पताल लेकर आये लेकिन अस्पताल पहुंचने के बाद कुछ देर तक उसका इलाज हुआ फिर उसने भी अस्पताल में ही दम तोड़ दिया.
परिवार के मुताबिक, दोनों बच्चियों की मौत शुक्रवार की सुबह हुई थी. वहीं, तीसरी लड़की जिसकी उम्र 6 महीने थी, उसको शनिवार की सुबह उल्टियां शुरू हो गईं जिसके बाद उसको भी अस्पताल लाया गया, लेकिन कुछ देर में उसकी भी मौत हो गई. लड़की की मां का कहना है मैंने बेटी को अपना दूध पिलाया था उसके बाद उल्टियां हुई और उसकी मौत हो गई.
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फिलहाल सीएमएचओ हिमांशु शर्मा इस पूरे मामले की संदिग्ध मान रहे हैं, क्योंकि परिजनों के अनुसार, लड़कियों की मौत भुट्टा खाने के बाद हुई है जबकि वही भुट्टे पूरे परिवार ने खाये हैं लेकिन किसी को कोई परेशानी नहीं हुई. दूसरी तरफ 6 महीने की बेटी ने तो केवल मां का दूध पिया था फिर उसकी मौत कैसे हो गई. वहीं, पोस्टमॉर्टम केवल एक 6 महीने की बच्ची का ही हुआ है जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है, तब जाकर तीनों बहनों की मौत का राज खुल सकता है.
(अशोकनगर से राहुल कुमार जैन की रिपोर्ट)