
कमलनाथ ने कहा है कि उन्होंने मध्य प्रदेश में इस धारणा को तोड़कर रख दिया है कि मोदी-शाह की जोड़ी अपराजेय है. सीएम घोषित होने से पहले इंडिया टुडे-आजतक के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि ये बड़ा संघर्ष था, लेकिन अंतिम संघर्ष नहीं है. कमलनाथ ने कहा कि आडवाणी के शब्दों में मध्य प्रदेश बीजेपी और संघ प्रयोगशाला थी और वे वहां चुनाव लड़ रहे थे. कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के संसाधनों से लड़ना बड़ी बात थी. कमलनाथ ने कहा कि कभी-कभी उन्हें लगता था कि अमित शाह उन्हें हरा सकते हैं, लेकिन उन्हें भरोसा था.
कमलनाथ ने कहा कि सीएम बनने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता किसानों की कर्ज माफी है. राजदीप सरदेसाई के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि कर्ज माफी कोई जुमला नहीं है, बल्कि किसानों को एक भरोसा है. कमलनाथ ने कहा कि किसान कर्ज में जन्म लेता है, कर्ज में मरता है. उन्होंने दावा किया कि उनके शासनकाल में चीजें बदलेंगी. कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी वचनपत्र में लिखे गए वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि गोशाला पर किए गए वादे को भी वे पूरा करेंगे.
कमलनाथ ने कहा कि वे कांग्रेस को सत्ता में लाने के भूखे थे, पद के भूखे नहीं थे. कमलनाथ ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को धन्यवाद दिया और कहा कि मध्य प्रदेश में कोई कैंप नहीं है. एमपी कांग्रेस में गुटबाजी की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि नई सरकार में दिग्विजय सिंह, राहुल सिंह, कांतिलाल भूरिया सभी को लिए जाने की जरूरत है.
कमलनाथ चुनावों में कांग्रेस नेताओं द्वारा मंदिर जाने पर बीजेपी की आलोचना पर भी बरसे. कमलनाथ ने कहा कि क्या बीजेपी के पास हिन्दुत्व की डीलरशिप है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कई मंदिर बनवाए, लेकिन कभी इसका प्रचार नहीं किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस की जीत को कम आंकने की कोशिश कर रही है. कमलनाथ ने कहा कि अगर बीजेपी एमपी में काम की होती तो जनता उन्हें फिर से चुनती. कमलनाथ ने इस दौरान अपना ही उदाहरण दिया और कहा कि उनके खिलाफ एंटी इंकमबेंसी क्यों नहीं बनी. जबकि वे एक ही जगह से 9 बार सांसद रहे. कमलनाथ ने कहा कि मैं हर बार जनता को अपने काम दिखाता हूं और चुनाव जीतता हूं.