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मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग के ट्विटर हैंडल पर एक तस्वीर से सूबे की राजनीति में उफान आ गया है. बीजेपी ने चुनाव आयोग के इस अभियान की जमकर आलोचना की है और कहा है कि इससे जनता में बीजेपी सरकार के खिलाफ संदेश जा रहा है. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर चुनाव आयोग को दबाने का आरोप लगाया है.
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग ने कुछ दिन पहले ट्विटर एकाउंट पर एक फोटो अपलोड किया था. इस पर चार संदेश लिखे गए. पहला 'समानता के लिए वोट करें', दूसरा 'बदलाव के लिए वोट करें', तीसरा 'बेहतर भविष्य के लिए' और चौथा फोटो था 'एमपी के लिए वोट करें'.
इन चारों में से 'बदलाव के लिए वोट करें' पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है. मध्य प्रदेश के विधि मंत्री रामपाल सिंह ने कहा कि इस तरह का काम अगर निर्वाचन आयोग की तरफ से है तो इसको गंभीरता से लेना चाहिए. लोगों में कोई भरम नहीं फैला सकता. अबकी बार 200 पार का नारा सार्थक होगा.
आपको बता दें कि बीजेपी की आपत्ति के बाद चुनाव आयोग ने अपनी गलती मानते हुए वोट फॉर चेंज वाली अपील को ट्विटर से हटा लिया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी.एल.कांताराव के मुताबिक ट्विटर अकाउंट के 50 से 70 फॉलोअर बने थे, तभी खबर आई कि कुछ ऐसा पोस्ट है जो हमारा ट्विटर देखने वाली एजेंसी में लगाया है जिस पर लिखा था वोट फॉर चेंज. इसका उद्देश्य था जनता को वोटिंग के लिए जागरूक करना. गलती पकड़ में आते ही हमने उसे हटा दिया है.
सोशल एक्टिविस्ट भी चुनाव आयोग के इस तरह की कैंपेन पर सवाल खड़े कर रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे की मानें तो ये यह गलत है. चुनाव आयोग को बताना चाहिए वह क्या परिवर्तन चाह रहा है यह उल्लंघन है. इसपर कार्रवाई होनी चाहिए.