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मध्य प्रदेश में मजबूर किसान ने नाबालिग बेटियों से खेत में चलवाया हल

तस्वीर सामने आने के बाद किसान का कहना है कि उसके पास बैल खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है. मक्के के फसल की बुआई करने के लिए खेतों की जुताई की. आर्थिक कारणों से उसकी लड़कियों ने 8वीं क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी है. दोनों बेटियां राधिका 14 साल की और कुन्ती 11 साल की है.

बेटियों से हल चलवाता मजबूर किसान बेटियों से हल चलवाता मजबूर किसान
लव रघुवंशी
  • नई दिल्ली,
  • 09 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

हाल के दिनों में मध्य प्रदेश किसानों के प्रदर्शन, किसानों पर फायरिंग और किसानों की आत्महत्या को लेकर चर्चा में रहा है. लेकिन अब एक तस्वीर ऐसी आई है, जो इस त्रासदी को और आगे बढ़ाती है. राज्य के सिहोर के बसंतपुर पांगरी में आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा एक किसान अपनी बेटियों से हल चलवाकर खेत जुतवा रहा है.

तस्वीर सामने आने के बाद किसान का कहना है कि उसके पास बैल खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है. मक्के के फसल की बुआई करने के लिए खेतों की जुताई की. आर्थिक कारणों से उसकी लड़कियों ने 8वीं क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी है. दोनों बेटियां राधिका 14 साल की और कुन्ती 11 साल की है.

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वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला जनसंपर्क अधिकारी (DPRO) आशीष शर्मा का कहना है कि किसान को निर्देश दिए गए हैं कि इस तरह की गतिविधियों में बच्चों का उपयोग ना करे. प्रशासन इस मामले को देख रहा है और सरकारी योजनाओं के तहत उसे उचित सहायता दी जाएगी.   

हाल ही में, मंदसौर कर्ज माफी और उपज के लिए बेहतर कीमतों की मांग के कारण किसानों के आंदोलन का केंद्र बन गया. इसके बाद वित्तीय संकट के कारण राज्य में कई किसानों ने आत्महत्या भी की. आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत हुई. स्थिति ने जिला अधिकारियों को धारा 144 लागू करने को मजबूर किया और हिंसा प्रभावित जिलों में जाने से प्रमुख व्यक्तित्वों को प्रतिबंधित किया.

 

 

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