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मध्य प्रदेश: दूल्हा खुद ही बना बाराती, शादी के बचे पैसे सीएम केयर में किए दान

एक दंपती ने अपनी इकलौती बेटी की शादी लॉकडाउन नियम के तहत की. दूल्हा अपने वाहन से अकेला विवाह करने के लिए झाबुआ पहुंचा. शादी से पहले सकल व्यापारी संघ को दूल्हा-दुल्हन के परिवार ने पशु-पक्षियों के लिए 21 हजार रुपये की सामग्री भेंट की.

लॉकडाउन नियम के तहत हुई शादी (Photo Aajtak) लॉकडाउन नियम के तहत हुई शादी (Photo Aajtak)
चंद्रभान सिंह भदौरिया
  • झाबुआ,
  • 27 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 6:52 PM IST

  • बैंड-बाजा-बारात के बिना आया दूल्हा
  • पशु-पक्षियों के लिए राशि दान की

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को बदलकर रख दिया है. इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आज पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. लोगों को घरों में ही रहने का निर्देश है. सड़कों पर पुलिस का पहरा है. देश के कई इलाके पूरी तरह सील हो चुके हैं. आज देश में शायद ही कोई ऐसा शख्स हो, जिसने इस तरह की विश्वव्यापी बंदी अपने जीवन काल में कभी देखी हो. इस दौरान मध्य प्रदेश के झाबुआ में लॉकडाउन नियम के तहत एक शादी हुई. दूल्हा अपनी गाड़ी से अकेला ही शादी करने झाबुआ पहुंचा.

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कोरोना वायरस ने लोगों के जीवन और रहने के तौर-तरीकों को पूरी तरह बदल कर रख दिया है. झाबुआ में हुई इस शादी से पहले सकल व्यापारी संघ को दूल्हा-दुल्हन के परिवार ने पशु-पक्षियों के लिए 21 हजार रुपये की सामग्री भेंट की. व्यापारी संघ के सदस्यों ने इन सामग्रियों को गौशाला के साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पशु-पक्षियों के लिए वितरित कर दी.

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गौरतलब है कि सिसोदिया दंपती ने बेटी खुशबू का विवाह जावरा के आशीष भाटी के साथ संपन्न करवाया. इस दंपती ने उपहार का पैसा मुख्यमंत्री आपदा प्रबंधन और पुलिस वेलफेयर को दान कर दिया. दोनों ही संस्थाओं को 11-11 हजार रुपये दान किए गए. इसके अलावा शेष राशि बीमार लोगों को दंपती खुद देगा. शादी में खाने के जो 1 लाख 51 हजार रुपये बचे, उससे बेटी के नाम पर एफडी करवाई गई है.

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ऐसा साधारण विवाह अक्षय तृतीया पर हुआ और गांव में पड़ोसियों तक को पता नहीं चला. विवाह में घर के ही 5 से 6 सदस्यों ने हिस्सा लिया. वह भी अन्य कामों में लगे हुए थे. इस तरह के साधारण विवाह से आम लोगों को फिजूलखर्ची पर रोक लगाने की प्रेरणा जरूर मिलेगी

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