
मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री ऊषा ठाकुर के विवादित बयान पर जमीयत उलेमा ने ऐतराज जताया है. जमीयत उलेमा मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष हाजी हारून ने ऊषा ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. आज तक से बात करते हुए हाजी हुरून ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज जल्द से जल्द ऊषा ठाकुर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें.
हाजी हुरून ने कहा कि ऊषा ठाकुर का बयान बेहद अफसोसजनक है. उन्होंने (ऊषा ठाकुर) आतंकवाद को मदरसों से जोड़ा है. आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता, किसी भी धार्मिक संस्था में आतंकवादी शिक्षा नहीं दी जाती.
गौरतलब है कि शिवराज की मंत्री उषा ठाकुर ने मदरसों पर विवादित बयान दिया है. इंदौर में पत्रकारों से बात करते हुए शिवराज सरकार की मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि मदरसों में आतंकवादी पलते हैं.
उषा ठाकुर ने कहा कि बच्चे-बच्चे होते हैं, विद्यार्थी-विद्यार्थी होते हैं, इसलिए सबकी सामूहिक शिक्षा होनी चाहिए, धर्म आधारित शिक्षा कट्टरवाद बन पा रही है, विद्वेष का भाव फैला रही है. यदि आप इस देश के नागरिक हैं तो आप देखिए कि सारा कट्टरवाद और आतंकवादी मदरसों में पले और बड़े हैं, जम्मू कश्मीर को आतंकवाद की फैक्ट्री बना कर रख दिया था.
मंत्री ऊषा ठाकुर ने सरकार से अपील की कि सरकारी खर्च पर चलने वाले मदरसों को बंद कर दिया जाए. ऊषा ठाकुर ने कहा कि कि इन मदरसों में कट्टरवादी और आतंकवादी पैदा होते हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर के आतंकवाद का हवाला भी दिया. साथ ही कहा कि वक्फ बोर्ड अपने आप में ही एक मजबूत संस्था है इसलिए इसकी शासकीय मदद बंद की जानी चाहिए.