
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को एक बार फिर एक्शन में दिखे. रायसेन जिले के नूरगंज में कथित रूप से दूषित पानी पीने के बाद 4 लोगों की मौत के मामले में शिवराज मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंचे थे.
शिवराज सिंह चौहान ने नूरगंज में मृतकों के पपरिजनों से मुलाकात कर पूरे मामले में स्थानीय प्रशासन पर सवाल खड़े किए और लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनपर कार्रवाई की मांग की है. दरअसल बीजेपी का आरोप है कि नूरगंज में दूषित पानी से लोगों की मौत हो रही है. इसी को लेकर शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को विधायक सुरेंद्र पटवा के साथ नूरगंज पहुंच गए.
प्रभारी मंत्री से शिवराज ने की बात
शिवराज सिंह चौहान ने ज़िले के प्रभारी मंत्री हर्ष यादव से फोन पर बात की और उनसे नूरगंज में पानी की समुचित व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पानी के टैंकर भेजने और 24 घंटे डॉक्टर की ड्यूटी लगाने की मांग की. वहीं व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है. शिवराज ने आरोप लगाया कि राजधानी भोपाल के पास होते हुए भी अब तक मुख्यमंत्री या उनके किसी मंत्री ने नूरगंज पहुंचकर पीड़ितों के हाल नहीं पूछे.
मुआवजा देने की मांग
शिवराज सिंह चौहान ने सरकार से मांग की कि गांव में पानी की पाइपलाइन काफी पुरानी हो गयी है, जिससे पानी मे इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है. इसे सही कराया जाए. बीजेपी ने मांग की है कि सरकार प्रत्येक बीमार व्यक्ति को इलाज के लिए 50 हजार रुपए और मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए की राहत राशि तुरंत प्रदान करे.
कांग्रेस का पलटवार
पूर्व मुख्यमंत्री के यूं औचक दौरे पर कमलनाथ सरकार के मंत्री पीसी शर्मा ने पलटवार किया है. पीसी शर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. शिवराज जान गए हैं कि कमलनाथ सरकार जिस रफ्तार से काम कर रही है, उनका सत्ता में आना अब मुश्किल है इसलिए मीडिया में बने रहने के लिए वो ये सब कर रहे हैं.
मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि शिवराज के दौरे से पहले ही शासन ने वहां डॉक्टरों की ड्यूटी लगा दी थी और सरकार के अधिकारी लगातार नज़र भी बनाये हुए हैं.