Advertisement

मध्य प्रदेश कांग्रेस में जारी विवाद पहुंचा दिल्ली, सोनिया ने तलब की रिपोर्ट

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और सूबे के वनमंत्री उमंग सिंघार के बीच जारी विवाद पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रिपोर्ट मांगी. मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप दी है.

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Courtesy- ANI) कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Courtesy- ANI)
मौसमी सिंह/कुमार विक्रांत
  • नई दिल्ली,
  • 06 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 9:04 PM IST

  • मध्य प्रदेश कांग्रेस में चल रहे घमासान से सोनिया गांधी नाराज
  • सोनिया ने मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी से मांगी रिपोर्ट

मध्य प्रदेश कांग्रेस में अंदरखाने चल रहा घमासान अब आलाकमान तक पहुंच गया है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और सूबे के वनमंत्री उमंग सिंघार के बीच जारी विवाद पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रिपोर्ट मांगी. उन्होंने यह रिपोर्ट मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया से मांगी है.

Advertisement

सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इसमें उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने मंत्रियों से उनके द्वारा किए गए कामों का जवाब मांगा है. इससे कुछ मंत्री असहज हैं. बताया जा रहा है कि उमंग सिंघार के बयान से सोनिया गांधी बेहद नाराज हैं.

दीपक बावरिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उमंग सिंघार के बयानों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है. उनके दिग्विजय सिंह को लेकर दिए गए कुछ बयान आपत्तिजनक हैं, जिससे बचा जा सकता था. अगर आगे किसी नेता ने बयानबाजी की तो उस पर कार्रवाई होगी.

दरअसल, मध्य प्रदेश के वनमंत्री उमंग सिंघार ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को ब्लैकमेलर बताया था. साथ ही दिग्विजय सिंह पर पर्दे के पीछे से सरकार चलाने का आरोप जड़ा था. इसके बाद दिग्विजय सिंह मीडिया के सामने आए थे और सफाई दी थी. उन्होंने उमंग सिंघार के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अनुशासनहीनता करने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

Advertisement

इस विवाद में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कूद पड़े. बुधवार को उन्होंने ग्वालियर में मीडिया से बातचीत की और वनमंत्री उमंग सिंघार का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अपने दम पर चलना चाहिए. इसमें किसी का भी हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए.

सिंधिया ने कहा कि उमंग सिंघार द्वारा उठाए गए मुद्दों को अच्छे से सुनना चाहिए. मुझे लगता है कि सूबे के मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस मामले पर दोनों पक्षों को बैठाकर विवाद का समाधान जल्द निकालना चाहिए, क्योंकि 15 साल की कड़ी मेहनत के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है.

उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए अभी 6 महीने भी नहीं हुए हैं और कांग्रेस पार्टी में विवाद शुरू हो गया है. सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार से लोगों को विकास को लेकर उम्मीदे हैं. अगर किसी भी तरह का कोई विवाद सामने आता है, तो मुख्यमंत्री कमलनाथ को दोनों पक्षों को बैठाकर विवाद को सुलझाना चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement