
मध्य प्रदेश में पेट्रोल, डीजल और शराब पर कमलनाथ सरकार के 5 फीसदी वैट लगाते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे सियासी हथियार बना लिया है. बीजेपी प्रवक्ता से लेकर पार्टी नेताओं तक ने सोशल मीडिया पर कमलनाथ के पुराने भाषण से लेकर विधानसभा चुनाव के वक्त दिए गए वचन की याद दिलाई है.
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट की दरों को कम करने का वादा किया था, लेकिन शुक्रवार शाम पेट्रोल-डीजल और शराब पर 5 फीसदी वैट बढ़ा दिया. बीजेपी इसे मध्य प्रदेश की जनता के साथ धोखा बता रही है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा चुनाव के पहले का कमलनाथ का एक पुराना वीडियो ट्वीट किया है जिसमे वो कांग्रेस की सरकार बनने पर पेट्रोल-डीजल से वैट हटाने की बात कहते दिख रहे हैं.
वीडियो के साथ ही कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा है 'जेबकतरी सरकार !!! कमलनाथ सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 5% वैट बढ़ाकर लोगों की कमर तोड़ दी! इससे महंगाई कितनी बढ़ेगी, शायद उन्हें इस बात का अहसास नहीं है! तर्क ये दिया जा रहा है कि बाढ़ प्रभावितों को राहत देने के लिए वैट बढ़ाया गया है! बेहतर हो कि सरकार अपने खर्च घटाए'.
वहीं, कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर-3 से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के वचनपत्र के उस पन्ने का फोटो ट्वीट किया है जिसमे कांग्रेस ने पेट्रोल/डीजल पर छूट की बात लिखी है. आकाश ने ट्वीट के साथ लिखा 'अब आप ही बताएं कमलनाथ जी इस वचन-पत्र के कितने "वचन" पूरे किए आपने'?
बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'अतिवृष्टि से लूटे पटे किसानों के लिए यह दोहरी मार होगी एक और बाढ़ की त्रासदी और दूसरी ओर बढ़े हुए डीजल के दाम, वहीं दूसरी तरफ पेट्रोल के दाम की वृद्धि के कारण मध्यम वर्ग पर बोझ बढ़ेगा कमलनाथ जी ने ना केवल वचन भंग किया है बल्कि जनता को प्रताड़ित करने का कार्य वह कर रहे हैं'.
बाढ़ राहत के लिए राशि जुटाना लक्ष्यः कांग्रेस
उधर, पेट्रोल-डीजल पर 5 फीसदी वैट बढाने पर चौतरफा घिरी कांग्रेस ने इसे सूबे में आई बाढ़ से जोड़ दिया है. कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि वैट एक अस्थायी उपाय है. ये सिर्फ कुछ समय के लिए लगाया गया है ताकि टैक्स की राशि से बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा सके और उनकी राहत के लिए राशि जुटाई जा सके.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार से पेट्रोल पर वैट 28 से बढ़ाकर 33 फीसदी जबकि डीजल पर 18 की जगह अब 23 फीसदी वैट की दर कर दी है. इसे महंगाई और मंदी से परेशान आम आमदी के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है.