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MP चुनाव: सेमरिया सीट पर BJP में फूट, क्या फायदा उठा पाएगी बीएसपी

रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है और यहां से नीलम मिश्रा विधायक हैं. इस बार नीलम मिश्रा के पति और पूर्व विधायक अभय मिश्रा के कांग्रेस में शामिल होने से बीजेपी की मुश्किल बढ़ गई है.

बीजेपी के कार्यकर्ता बीजेपी के कार्यकर्ता
अनुग्रह मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:07 PM IST

मध्य प्रदेश में चुनावी रण का बिगुल बज चुका है और इस साल के आखिर में यहां विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने कमर कस ली है. सत्ताधारी बीजेपी अपने 15 साल के कामकाज के आधार पर जनता के बीच जाएगी, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस भी वोटरों को रिझाने के लिए नए-नए वादे कर रही है.

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रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है और यहां से नीलम मिश्रा विधायक हैं. नीलम मिश्रा के पति और पूर्व विधायक अभय मिश्रा के कांग्रेस में शामिल होने से बीजेपी की मुश्किल बढ़ गई है. नीलम अब बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. ऐसे में बीजेपी को अब इस सीट के लिए कोई नया उम्मीदवार खोजना पड़ेगा.

2013 चुनाव के नतीजे

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला बीएसपी से था. नतीजों में बीजेपी उम्मीदवार नीलम मिश्रा को बीएसपी प्रत्याशी पंकज सिंह पर करीब 6 हजार वोटों से जीत मिली थी. कांग्रेस को इस चुनाव में 28788 वोट हासिल हुए और वो तीसरी स्थान की पार्टी थी. करीब 1.81 लाख मतदाताओं वाली सेमरिया सीट पर 2013 के चुनाव सपा, एनसीपी और सीपीएम जैसे दलों ने भी अपनी दावेदारी पेश की थी.

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2008 चुनाव के नतीजे

साल 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अभय मिश्रा इस सीट से चुनाव जीते थे. उन्होंने बीएसपी उम्मीदवार लालमनी पांडे को 5785 मतों से शिकस्त दी थी. कांग्रेस 17371 वोटों के साथ तीसरे और 10738 वोटों के साथ सीपीएम चौथे स्थान पर रही थी. इस चुनाव में करीब 28 उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला था.

मध्यप्रदेश में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है लेकिन सेमरिया सीट पर बीएसपी जैसे दल भी गेमचेंजर साबित हो सकते हैं. राज्य में 2003 से बीजेपी की सरकार है, इससे पहले 10 साल तक कांग्रेस ने राज किया था. 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 165 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. कांग्रेस 58 सीटों तक सिमट गई थी. जबकि बसपा ने 4 और अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी.

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