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MP चुनाव: क्या इस बार पवई सीट बचा पाएंगे कांग्रेस के मुकेश नायक

पवई विधानसभा सीट पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है और मुकेश नायक मौजूदा विधायक हैं. करीब 2.5 लाख वोटरों वाली इस सीट पर समाजवादी पार्टी से लेकर बीजेपी और निर्दलीय तक का कब्जा रहा है.

कमलनाथ के साथ विधायक मुकेश नायक कमलनाथ के साथ विधायक मुकेश नायक
अनुग्रह मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 16 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:14 PM IST

मध्य प्रदेश में कांग्रेस 15 साल से सत्ता का वनवास झेल रही है. अब भगवान राम के भरोसे फिर से राज्य की सत्ता पाना चाहती है. यही वजह है कि इस बार कांग्रेस ने 'राम वन गमन पथ यात्रा' शुरू करने की योजना बनाई है. दूसरी ओर जनता, सत्ताधारी शिवराज सिंह चौहान की पार्टी बीजेपी के काम का आकलन करेगी और फिर तय होगा कि शिवराज चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं.

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अगर सीटों की बात करें तो 230 सीट वाली विधानसभा की एक-एक सीट काफी अहम है. यहां की पवई विधानसभा सीट पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है और मुकेश नायक मौजूदा विधायक हैं. करीब 2.5 लाख वोटरों वाली इस सीट पर समाजवादी पार्टी से लेकर बीजेपी और निर्दलीय तक का कब्जा रहा है.

2013 चुनाव के नतीजे

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की बीच मुख्य मुकाबला था. बीजेपी से बृजेंद्र प्रताप सिहं तो भारतीय जनशक्ति पार्टी छोड़ कांग्रेस में आए मुकेश नायक मैदान में थे. नतीजों में नायक को 11700 वोटों के अंतर से बड़ी जीत मिली थी. बीएसपी को भी इस चुनाव में करीब 11600 वोट हासिल हुए थे. गोंडवाना गणतंत्र और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने अपने-अपने उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाया था. इससे पहले के दो चुनावों में पवई विधानसभा पर बीजेपी का कब्जा रहा है.

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2008 चुनाव के नतीजे

साल 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बृजेंद्र प्रताव और भारतीय जनशक्ति पार्टी के मुकेश नायक के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. नतीजों में बीजेपी के बृजेंद्र प्रताप को महज 1100 वोटों से जीत हासिल हुई और वह लगातार दूसरी बार यहां से विधायक चुने गए. इस चुनाव में कांग्रेस का पत्ता साफ हो गया और वह बीएसपी से भी पिछड़ते हुए 5वें स्थान पर जा पहुंची. इस चुनाव में सीपीआई ने भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा था, जिसे 2 फीसदी वोट हासिल हुए थे.

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