
मध्यप्रदेश भाजपा की गुरुवार को कार्यसमिति की बैठक हुई. इस दौरान यह तय हुआ कि कार्यसमिति सदस्य जहां एक तरफ लगातार काम करके, बहुआयामी भूमिकाओं का निर्वाह करके पार्टी संगठन को मजबूत बना सकते हैं, वहीं संगठन के कार्यक्रमों तथा सरकार की विभिन्न योजनाओं की मॉनीटरिंग और उन्हें जमीन पर उतारने का काम भी कर सकते हैं.
भाजपा कार्यसमिति की बैठक का वर्चुअल उद्धघाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मध्यप्रदेश में डेढ़ साल तक दक्षिणा और ट्रांसफर वाली सरकार आ गई थी जब मिशन, कमीशन में बदल गया था. नड्डा ने कहा कि 'कांग्रेस का पतन इतना हुआ है कि वो भाजपा और मोदी जी की आलोचना करते हुए ये भूल जाते हैं कि वो देश की आलोचना करने लगे है. कमलनाथ जी ने पिछले दिनों कहा कि भारत महान नहीं, बदनाम है. ये कांग्रेस की मानसिकता है.'
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'हमारी जवाबदारी है कि मध्यप्रदेश की आदर्श सरकार और आदर्श संगठन दोनों कैसे चले इसका उदाहरण पूरे देश को बनाकर दिखाना है. सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन तक अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे इसके लिए सिर्फ सरकारी तंत्र पर निर्भर न रहकर संगठन के कार्यकर्ताओं को भी आगे आना चाहिए. कोरोना काल में शुरू की गई योजनाओं को लागू करने में हमारे कार्यकर्ता, कार्यसमिति सदस्य महत्वूपर्ण भूमिका निभा सकते हैं.'
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प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि 'अब कार्यकर्ता समाज के बीच जाएं और लोगों को बताएं कि केन्द्र सरकार, प्रदेश सरकार और संगठन ने कोरोना महामारी के दौरान क्या-क्या काम किए हैं. कार्यकर्ताओं को समझने की आवश्कयता है कि 2003 से पहले का मध्यप्रदेश किस प्रकार था और आज का मध्यप्रदेश किस प्रकार है. 2003 में बिजली जब आती थी तो खबर होती थी लेकिन आज खबर होती है कि रीवा के सोलर प्लांट से हम दिल्ली मेट्रो को बिजली दे रहे हैं. सड़क, बिजली और कानून व्यवस्था से लेकर बहुत बुरा दौर प्रदेश की जनता ने उस दौरान देखा था लेकिन आज हम देख रहे हैं कई मामलों में हमारा मध्यप्रदेश नए-नए कीर्तिमान गढ़ रहा हैं. हमें इस अंतर को लोगों को समझाने की जरूरत है.