
बिहार में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ कई राज्यों में भी उपचुनाव हो रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर जमकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है और नेता एक-दूसरे पर निजी हमले तक कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कुत्ता कहे जाने के आरोप पर कहा कि उन्होंने कभी भी कुत्ता नहीं कहा.
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने आज रविवार को कहा, 'कल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मैंने उन्हें अशोक नगर में कुत्ता कहा. मैंने कभी भी उन्हें कुत्ता कहकर संबोधित नहीं किया और न ही कभी ऐसा करूंगा. अशोक नगर के लोग इस मामले में मेरे गवाह हैं.
इससे पहले बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को एक चुनावी रैली में कांग्रेस नेता कमलनाथ पर कुत्ता कहने का आरोप लगाया था. कमलनाथ को जवाब देते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'हां, मैं कुत्ता हूं, जो हमेशा अपने मालिकों के लिए वफादार रहता है.'
बीजेपी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ जी यहां आते हैं... अशोक नगर में आए हैं... इस पर जनता जवाब देती है कि नहीं आए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'और वो कहते हैं कि मैं कुत्ता हूं. कमलनाथ जी सुन लीजिए. मैं कुत्ता हूं. क्योंकि मेरी मालिक मेरी जनता है. मैं कुत्ता हूं, क्योंकि कुत्ता अपने मालिक की रक्षा करता है.'
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इस बीच कमलनाथ ने आइटम वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा, 'मैंने जो बात कही सबके सामने कही, मैं लोकसभा में इतने साल रहा हूं, हमारी सीट आती है जिस पर लिखा होता है आइटम नंबर-1, नंबर-2, नंबर-3, इस भाषा से मैं परिचित हूं. किसी का अपमान करने के लिए मैंने कुछ नहीं कहा और मैंने कहा मैं खेद व्यक्त करता हूं.' उनकी इस टिप्पणी पर चुनाव आयोग ने कमलनाथ से कांग्रेस के स्टार प्रचारक का दर्जा हटा लिया था. इससे कमलनाथ मध्य प्रदेश उपचुनाव में प्रचार तो कर सकेंगे, लेकिन खर्चा पार्टी नहीं प्रत्याशी देगा.
इससे पहले चुनाव आयोग ने बीजेपी नेता इमरती देवी को आइटम वाले बयान पर कमलनाथ से जवाब मांगा था. इस पर कमलनाथ ने कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था.
कमलनाथ के जबाव के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नसीहत दी कि सार्वजनिक तौर पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने पर सार्वजनिक रूप से ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.