
मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ते पारे ने सरकार को भी सतर्क कर दिया है. गर्मी और लू का आलम ये है कि मध्यप्रदेश सरकार को जनता के लिए हेल्थ एडवाइजरी जारी करनी पड़ी है. मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने वेबसाइट और सोशल मीडिया पर गर्मी से बचाव के लिए हेल्थ एडवाइजरी जारी कर गर्मी और लू से बचने का सुझाव दिया है.
एडवाइजरी में कहा गया है कि घर के अन्दर हवादार, ठंडे स्थान पर रहें. अगर बाहर कार्य करना अति आवश्यक हो तो बाहरी गतिविधियां सुबह व शाम के समय में ही करें. अत्यधिक शारीरिक श्रम वाली गतिविधियाँ दिन के अधिकतम तापमान वाले घंटों में नहीं करे. सफेद व हल्के रंग के पतले वस्त्रों का उपयोग करें. सिर को कसे कपड़े या टोपी से ढकें. जूते-चप्पल तथा नजर के काले चश्मे का प्रयोग करें. धूप में जाने से पहले भोजन व पर्याप्त पानी लें.
एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि अधिक से अधिक पेय पदार्थों, नॉन अल्कोहॉलिक जैसे नींबू पानी, लस्सी, छाछ, जलजीरा, आम पना, दही, नारियल पानी आदि का सेवन करें. ताजा एवं स्वच्छ भोजन का सेवन करें. शिशुओं तथा बच्चों, 65 वर्ष से अधिक आयु के महिला-पुरूषों को घर के अन्दर रखें. बंद गाड़ी के अन्दर का तापमान बाहर से अधिक होता है. कभी भी किसी को बंद,पार्किग में रखी गाड़ी में अकेला नहीं छोड़ें. बहुत अधिक भीड़, गर्म घुटन भरे कमरों, रेल, बस आदि की यात्रा गर्मी के मौसम में अत्यावश्यक होने पर ही करें.
लू से बचाव के बारे में बताया
एडवाइजरी में बताया गया है कि किसी व्यक्ति को लू लगने के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तत्काल ठण्डे स्थान पर रखें. पानी, छाछ और अन्य तरल पदार्थों को पर्याप्त मात्रा में पिलाएं. यदि आराम नहीं लगे तो तुरन्त निकट के शासकीय या निजी चिकित्सालय में उपचार करवाएं.
मध्यप्रदेश में पड़ रही है भीषण गर्मी
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है. राजधानी भोपाल में तो अधिकतम तापमान 45.3 डिग्री तक पहुंच गया जो साल 2014 के बाद सबसे ज्यादा है. वहीं सागर, दमोह, रायसेन में तो पारा 47 डिग्री तक पहुंच गया.