
मध्य प्रदेश के खरगोन से ऐसा मामला सामने आया है जहां कर्मचारियों से परेशान होकर महेश्वर सरकारी अस्पताल में पदस्थ एमडी डॉक्टर ने इस्तीफा दे दिया. नगरवासियों को पता चला तो डॉक्टर के समर्थन में सैकड़ों लोगों ने बड़वाह-धामनोद मार्ग पर चक्का जाम कर दिया. प्रदर्शन कर रहे लोग डॉक्टर को प्रताड़ित करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
आमतौर पर बॉस पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर या प्रताड़ित होकर कर्मचारी इस्तीफा देते हैं .लेकिन खरगोन जिले के महेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एमडी डॉक्टर बीएल लछेटा कर्मचारियों की प्रताड़ना से परेशान होकर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को इस्तीफा देने पहुंच गए.
एमडी डॉक्टर बीएल लछेटा के इस्तीफे की खबर लगते ही इलाके के गणमान्य नागरिक समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. उन्होंने बीएमओ डॉक्टर विमल वन्दावड़े से चर्चा की लेकिन वह लोग संतुष्ट नहीं हुए और धामनोद-बड़वाह मार्ग पर चक्का जाम कर दिया. सूचना मिलते ही तहसीलदार डीडी शर्मा और थाना प्रभारी पीएस मुवेल मौके पर पहुंचे. उन्होंने धरने पर बैठे लोगों से मामले को लेकर चर्चा की.
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धरने पर बैठे नागरिकों का कहना था कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ फार्मासिस्ट शैलेन्द्र जामुने, रेडियोलॉजिस्ट मुकेश हिरवे, स्टाफ नर्स कुलशुम खान और एएनएम दुर्गा गंगाले खुद अपना कार्य नहीं करते हैं. वहीं, हरदम अपनी सेवाएं देने के लिए तत्पर रहने वाले डॉक्टर बीएल लछेटा की झूठी शिकायत करते हैं जिससे डॉक्टर लछेटा मानसिक रूप से परेशान हैं.
वहीं, अन्य हॉस्पिटल स्टाफ भी इन कर्मचारियों से परेशान है. परेशान होकर एमडी डॉक्टर लछेटा बीएमओ को इस्तीफा दे रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो नगर सहित अंचल की जनता परेशान हो जाएगी. तहसीलदार डीडी शर्मा ने धरने की जानकारी एसडीएम संघ प्रिय को दी. इसके बाद भी धरने पर बैठे लोग इन कर्मचारियों पर कार्रवाई और उनके ट्रांसफर की मांग पर अड़े रहे.
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बाद में, तहसीलदार शर्मा और बीएमओ डॉक्टर वन्दावड़े ने सीएमएचओ डॉक्टर रजनी डावर से बात की. चारों कर्मचारियों का सोमवार तक अस्थाई स्थानांतरण और सोमवार के बाद स्थाई स्थानांतरण की मांग पूरी होने के बाद प्रदर्शनकारी धरने से उठे.
बीएमओ डॉक्टर विमल वंदवाड़े का कहना है कि डॉक्टर लछेटा के समर्थन में प्रदर्शन किया जा रहा था. उनका कहना है कि कुछ कर्मचारियों द्वारा उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा था इसलिए वह इस्तीफा देना चाहते थे. सीएमएचओ अब इस मामले में आगे की जांच कर रही हैं. (इनपुट-उमेश रेवलिया )