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'उम्र हो जाती है तो मरना भी पड़ता है', कोरोना से हो रही मौतों पर बोले MP के मंत्री

बुधवार को जबलपुर के चौहानी श्मशान घाट में 41 शवों का अंतिम संस्कार किया गया, जबकि राज्य के सरकारी स्वास्थ्य बुलेटिन ने दावा किया कि शहर में केवल 5 व्यक्तियों की मौत हुई. सरकार के दावे के उलट जबलपुर श्मशान घाट के वायरल वीडियो में हकीकत कुछ और ही नजर आई. 

कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है (फोटो-PTI) कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है (फोटो-PTI)
हेमेंद्र शर्मा
  • भोपाल ,
  • 15 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 7:51 PM IST
  • कोरोना से हो रही मौतों पर MP के मंत्री का बयान
  • मंत्री प्रेम सिंह पटेल के बयान की हो रही आलोचना
  • MP में कोरोना से मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा

मध्य प्रदेश में भी कोरोना का कहर जारी है. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते प्रदेश में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. एक तरफ रोजाना रिकॉर्ड संख्‍या में केस आ रहे हैं तो दूसरी तरफ सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है. लेकिन इन मौतों को लेकर शिवराज सरकार में मंत्री प्रेम सिंह पटेल का एक अजीबोगरीब बयान सामने आया है. पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा है कि लोगों की उम्र हो जाती है, तो मरना भी पड़ता है. 

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दरअसल, मंत्री प्रेम सिंह से मध्य प्रदेश में कोरोना से हो रही मौतों को लेकर सवाल किया गया था, जिसपर उन्होंने कहा कि मौतें हुई हैं, इन्हें कोई नहीं रोक सकता. डॉक्‍टर्स की व्‍यवस्‍था की गई है. लोगों को डॉक्टरों के पास जाना चाहिए. जहां तक ​​मौतों का संबंध है, लोगों को अपनी उम्र पूरी होने पर मरना पड़ता है.

बता दें कि प्रेम सिंह पटेल का यह बयान ऐसे समय आया है, जब मध्य प्रदेश में कई जगह अस्‍पतालों से डरावनी तस्‍वीरें सामने आ रही हैं. यही नहीं शिवराज सरकार पर कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़े छुपाने का आरोप भी विपक्ष लगा रहा है. 

गौरतलब है कि बुधवार को जबलपुर के चौहानी श्मशान घाट में 41 शवों का अंतिम संस्कार किया गया, जबकि राज्य के सरकारी स्वास्थ्य बुलेटिन ने दावा किया कि शहर में केवल 5 व्यक्तियों की मौत हुई. सरकार के दावे के उलट जबलपुर श्मशान घाट के वायरल वीडियो में हकीकत कुछ और ही नजर आई. 

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भोपाल और इंदौर के श्मशान घाट में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई, जहां लोगों को मृतकों का अंतिम संस्कार करने के लिए अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा. जबकि सरकार ने मौत के जो आंकड़े दिए वो बेहद कम थे. 

उधर, जबलपुर के दो अलग-अलग अस्पतालों में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण पांच लोगों की मौत हो गई. हालांकि, जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन की कमी को मौत का कारण नहीं माना है. 

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान 9 हजार से अधिक नए मरीज सामने आए. जबकि कोविड-19 संक्रमण से 51 लोगों की मौत हो गई. प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 3 लाख 63 हजार से अधिक तक पहुंच गई. 

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