
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बदहाल सड़कों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गुस्सा अफसरों पर निकला है. उन्होंने शुक्रवार को अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सीपीए को तत्काल प्रभाव से भंग करने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, बारिश के दौरान भोपाल की ज्यादातर सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिससे दुर्घटनाएं तो हो ही रही हैं, जबकि दूसरी तरफ बारिश रुकने के बाद सड़कों की परत उखड़ने की वजह से धूल भी उड़ रही है, जिससे लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अचानक अफसरों की बैठक बुला ली.
बैठक में भोपाल कमिश्नर, कलेक्टर समेत चीफ सेक्रेटरी, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने जब सड़कों की बदहाली पर सवाल उठाए तो अफसर अलग-अलग एजेंसियों की बात करते दिखे. इस पर मुख्यमंत्री बेहद नाराज हुए और उन्होंने कहा कि सड़कों के रखरखाव के लिए अब इतनी सारी एजेंसियों की जरूरत नहीं. सीएम ने बैठक में मौजूद चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैस को निर्देश दिए कि CPA से कुछ नहीं हो रहा है तो तुरंत प्रभाव से इसको भंग किया जाए.
क्या है CPA
दरअसल, भोपाल को राजधानी बनाए जाने के बाद भोपाल की सड़कों और पार्कों की देखरेख के लिए CPA (Capital Project Administration) यानी राजधानी परियोजना प्रशासन नाम से विभाग बनाया गया था. फिलहाल सड़कों, पार्कों के साथ साथ कई महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों के रखरखाव का काम CPA के पास ही है.