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भारत की हार के बाद 14 लड़कों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का फर्जी केस दर्ज करने वाले SHO पाठक हटाए गए

आजतक ने इस मामले में साजिश का खुलासा करते हुए बताया था कि कैसे फर्जी शिकायत के बाद पुलिस ने 14 लड़कों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर डाला.

एसएचओ संजय पाठक ने 14 लड़कों के खिलाफ फर्जी केस दर्ज किया था एसएचओ संजय पाठक ने 14 लड़कों के खिलाफ फर्जी केस दर्ज किया था
हेमेंद्र शर्मा
  • शाहपुर ,
  • 29 जून 2017,
  • अपडेटेड 4:07 PM IST

मध्य प्रदेश के शाहपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ संजय पाठक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. ये वही संजय पाठक हैं, जिन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की हार के बाद 14 लड़कों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया था.

आजतक ने इस मामले में साजिश का खुलासा करते हुए बताया था कि कैसे फर्जी शिकायत के बाद पुलिस ने 14 लड़कों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर डाला. शिकायतकर्ता सुभाष का लगातार कहना था कि वो घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे और पुलिस ने जबरदस्ती उन्हें शिकायकर्ता बना डाला. ये मामला मीडिया में बुरहानपुर राष्ट्रद्रोह के नाम से खूब चर्चा में रहा.

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सुभाष का कहना था कि वे उस वक्त गांव में मौजूद नहीं थे, जब अल्पसंख्यक समुदाय के 14 लड़कों ने कथित रूप से भारत की हार के बाद देश विरोधी नारे लगाए और मिठाइयां बांटी. लंदन में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 180 रन से हरा दिया.

सुभाष ने आरोप लगाया था कि वह अपने पिता के साथ किसी और मामले में शाहपुर पुलिस स्टेशन गए थे. जहां पुलिस ने उनका फोन छीनकर खुद ही 100 नंबर डॉयल कर शिकायत कर डाली.

उन्होंने पुलिस को चैंलेज किया था वो उनका मोबाइल लोकेशन ट्रैक करे. सुभाष ने दावा किया था कि अगर ऐसा होता है तो उनका मोबाइल लोकेशन पुलिस स्टेशन में ही बताएगा. क्योंकि जब पुलिस ने उनके फोन से 100 नंबर डॉयल किया था, तब वह पुलिस स्टेशन में ही मौजूद थे.

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