
भोपाल में कांग्रेस सेवादल के कैम्प में सावरकर पर विवादित साहित्य बांटने को लेकर देश भर में छिड़ी बहस के बीच कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने 'आजतक' से खास बातचीत करते हुए कहा है कि सावरकर पर कांग्रेस ने कुछ भी गलत नहीं बांटा है, बल्कि ये तो वो साहित्य है जो पहले से सार्वजनिक है.
कांग्रेस सेवादल के बैरागढ़ स्थित प्रशिक्षण शिविर में 'आजतक' ने लालजी देसाई से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया, 'भारत की आज़ादी में बीजेपी की मातृसंस्था आरएसएस और हिन्दू महासभा का कोई योगदान नहीं था, इसलिए वो चाहते हैं कि उनका कोई एक हीरो जैसा बंदा खड़ा हो जाए और कहा जाए कि आजादी के आंदोलन में ये लड़े थे.'
उन्होंने कहा, 'अब गलती से उन्होंने सावरकर को खड़ा कर दिया है. सावरकर वही है जिन्होंने अंग्रेजों से 11 बार माफी मांगी है, 9 बार लिखित में माफी मांगी है.' लालजी देसाई ने आगे कहा, 'भगत सिंह ने तो अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी? पूरा देश और इतिहास की जानकारी रखने वाले जानते हैं कि सावरकर और संघियों के अलावा किसी ने भी अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी.'
किताब में गोडसे और सावरकर के बारे में आपत्तिजनक तथ्य लिखने पर सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने बताया कि 'गोडसे और सावरकर के बारे में जो लिखा है वो हमने फ्रीडम ऐट नाईट के पेज नम्बर 423 से लिया है जिसमें लेखक ने लिखा है कि सावरकर और गोडसे के बीच कैसे संबंध थे.'
उन्होंने कहा, 'अगर वो वीर होते तो अंग्रेजों से माफी नहीं मांगते. अगर वो वीर होते तो देश के विभाजन के लिए प्रस्ताव पास नहीं करते. ये वीरता नहीं कायरता है. भविष्य में कांग्रेस सेवादल के जो कैम्प लगेंगे उसमें भी यही साहित्य उपलब्ध करवाया जाएगा. क्योंकि जो लोग देश में गोडसे और सावरकर को देशभक्त बताने पर तुले हुए हैं उस प्रोपोगंडा से लोगों को बचाया जाए.'
आपको बता दें कि गुरुवार को भोपाल में कांग्रेस सेवादल के कैम्प में सावरकर पर विवादित तथ्यों वाली किताब बांटी गई थी जिसके बाद बीजेपी ने आपत्ति जताई थी और देशभर के बीजेपी नेताओं ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.