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मप्र: वैक्सीन की दोनों डोज़ ले चुके लोग भी हो रहे कोरोना पॉजिटिव, नए वैरिएंट की आहट?

मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना की रफ्तार तो पहले से ही लोगों को डरा रही थी, लेकिन अब कोरोना के एक वैरिएंट की आहट से सरकार भी सतर्क हो गई है.

दोनों डोज़ के बाद भी कोरोना की चपेट में लोग (सांकेतिक तस्वीर) दोनों डोज़ के बाद भी कोरोना की चपेट में लोग (सांकेतिक तस्वीर)
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 07 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 11:26 PM IST
  • 100 दिन के बाद दोबारा पॉजिटिव हो रहे लोग
  • दोनों डोज़ लेने के बाद भी पॉजिटिव हो रहे लोग

आमतौर पर माना जाता है कि एक बार कोरोना होने पर व्यक्ति दोबारा संक्रमित नहीं होता लेकिन मध्यप्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में यह थ्योरी गलत होती दिख रही है. एमपी के सबसे बड़े शहर में कोरोना इस कदर कहर बरपा रहा है कि जो लोग वैक्सीन के दोनों डोज़ ले चुके और पहले भी कोरोना संक्रमित हो चुके लोग अब कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. प्रशासन के लिए यह सिरदर्द बन गया है इसलिए अब सैंपल दिल्ली भेजे जा रहे हैं. 

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मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना की रफ्तार तो पहले से ही लोगों को डरा रही थी, लेकिन अब कोरोना के एक वेरिएंट की आहट से सरकार भी सतर्क हो गई है. दरअसल, इंदौर में पिछले कुछ दिनों के दौरान ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां कोविड वैक्सीन के दोनों डोज़ लेने के बाद और एक बार पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके लोग भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे मामलों के सामने आने के बाद प्रशासन की चिंता बढ़ गई है.

इंदौर में कोरोना के लिए बतौर नोडल अधिकारी काम कर रहे अमित मालाकर ने 'आजतक' से बात करते हुए बताया कि इंदौर में जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के लिए राज्य शासन से निर्देश प्राप्त हुए थे. और उसी के तारतम्य में ऐसे लोग जो 100 दिन के बाद दोबारा पॉजिटिव हो रहे हैं. उन लोगों के सैंपल के साथ ऐसे लोगों के सैंपल भी लिए गए हैं. जो टीकाकरण के दूसरे दौर का टीका लगवा चुके हैं. ऐसे सभी लोगों के जीनोम सैंपल जांच के लिए एनसीडीसी दिल्ली भेजे गए हैं. इंदौर से अबतक ऐसे 29 सैंपल दिल्ली भेजे जा चुके हैं.

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यह कौन सा वैरिएंट? 

बता दें कि इंदौर में इससे पहले यूके वेरिएंट के 8 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं कोरोना संक्रमितों के मामले में भी इंदौर प्रदेश में पहले पायदान पर है. यहां अब तक 74 हज़ार से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं तो वहीं 977 लोगों अपनी जान गंवा चुके हैं. सरकार का कहना है कि इसलिए प्रदेश में वैक्सिनेशन तेज़ किया जा रहा है जिससे कोरोना की घातकता कम हो और अगर कोई संक्रमित हो भी जाए तो उसकी मौत ना हो.

फिलहाल यह घातक वैरिएंट कौन सा है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन दिल्ली से रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि इंदौर को तेजी से जकड़ रहा कोरोना का क्या यह कोई नया वैरिएंट है और अगर ऐसा है तो मानव शरीर पर यह कितना असर कर रहा है.. 

 

 

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