
हिंदूवादी छवि की वजह से सुर्खियों में रहने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने रविवार को कुरियर के जरिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रामायण की प्रति भेंट की है और उनसे रामायण के पाठ की अपील की है.
रामेश्वर शर्मा का कहना है कि बांग्लादेश के दबाव में ममता बनर्जी राम के नाम का विरोध कर रही हैं. राम नाम का विरोध करने वालों की आज क्या स्थिति है, यह सब जानते हैं. उनका सब लुट पिट चुका है. उन्होंने कहा कि रावण से बड़ा किसी का साम्राज्य था क्या? लेकिन उसने राम नाम का विरोध किया और उसका क्या हश्र हुआ, सबको मालूम है.
संवैधानिक पद पर बैठा शख्स जय श्री राम नहीं बोल सकता ये कहां लिखा है. मैं गर्व से बोलता हूं 'जय श्री राम'. उन्होंने कहा कि मैं रामायण भेंट कर ममता बनर्जी से अपील कर रहा हूं कि ध्यान लगाकर इसका पाठ करें. अगर वो कहेंगी तो मैं खुद सीएम हाउस जाकर 20 दिन तक रामायण पाठ करूंगा. इससे मैं भी तर जाऊंगा और वो भी तर जाएंगी. उन्होंने कहा कि जिस राम का नाम लिखने से पत्थर भी तैरने लगते हैं, उनका नाम लेने से कितना कल्याण होगा ये सोचिए. राम का नाम यदि बड़े से बड़े विरोधी के कान में भी पड़ जाए तो उसका कल्याण हो जाता है.
बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गुस्सा देखने को मिला. यहां पर उन्होंने भाषण देने से इनकार कर दिया. दरअसल ममता बनर्जी जब मंच पर भाषण देने पहुंचीं तो जय श्रीराम के नारे लगने लगे. ममता बनर्जी ने कहा कि किसी का अपमान करना ठीक नहीं है.
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